अगले माह परिषदीय विद्यालयों में होगा मूल्यांकन, अबकीवार अच्छे परिणाम को शिक्षा कर्मियों की उतारी फौज


वाराणसी : बीते दिसंबर माह में 1143 परिषदीय विद्यालयों में अध्यनरत तकरीबन दो लाख छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन किया गया था। स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। बच्चों के बौद्धिक विकास का स्तर 40 से 60 फीसद के बीच ही रहा।


मार्च महीने में फिर से मूल्यांकन किया जाएगा तथा इसके पूर्व बच्चों को अपने कक्षा के अनुरूप बौद्धिक स्तर को प्राप्त कर लेना है। इसके लिए मिशन प्रेरणा का संचालन किया जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए मिशन प्रेरणा के प्रभावी व सफल संचालन के लिए शिक्षा कर्मियों की फौज उतार दी है। मिशन प्रेरणा के निगरानी व सहयोग के लिए 45 एसआरजी (स्टेट रिसोर्स ग्रुप पर्सन) व एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) को ब्लाक स्तर तथा दो एसआरजी को जनपद स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। मिशन प्रेरणा के तहत क्विज, ई-पाठशाला, मोहल्ला क्लास, रिमिडियल शिक्षण व हंड्रेड डेज रीडिंग कैंपेन का संचालन किया जा रहा है।



अलग-अलग विकास क्षेत्र व अलग-अलग कार्यक्रमों के निगरानी व सहयोग लिए एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यानी एक विकास क्षेत्र में एक कार्यक्रम के लिए एक नोडल अधिकारी होगा। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी अपने ब्लाक में संचालित समस्त कार्यक्रमों के नोडल होंगे। जबकि जिला समन्वयक प्रशिक्षण समस्त कार्यक्रमों के जनपद स्तरीय नोडल होंगे। इस संबंध ने बीएसए ने सभी नोडल को आवंटित कार्यक्रमों का समय-समय पर जारी निर्देशानुसार का पूरी तरह से अनुपालन तथा कार्यक्रम की प्रगति से समय-समय पर अवगत कराने का निर्देश दिया है। साथ ही यह भी चेतावनी दी है कि शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।