कक्षा अध्यापक बनाएंगे शिक्षक डायरी, विद्यार्थियों का रखेंगे डाटा, अब यह भी होगा लिखना

शामली। बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों में कक्षा अध्यापकों को डायरी बनानी होगी। इस डायरी में विद्यार्थियों का डाटा रखा जाएगा। कक्षा अध्यापक रोजाना विद्यार्थियों की उपस्थिति लेंगे, जो विद्यार्थी अनुपस्थित रहेंगे, उनके अभिभावक से फोन पर बात कर अनुपस्थिति की वजह डायरी में लिखेंगे।


परिषदीय विद्यालयों में शत प्रतिशत बच्चों को नामांकित करने के निर्देश शासन स्तर से दिए गए हैं। इसके तहत अभिभावकों को बच्चों को नामांकित कराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। स्कूल चलो अभियान के तहत जागरूकता रेली निकाली जा रही है। इसके साथ ही नामांकित बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति पर भी जोर दिया जा रहा है। इसके लिए बीएसए राहुल मिश्रा ने विद्यालयों में नई व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था के तहत सभी विद्यालयों में प्रत्येक कक्षा का एक कक्षा अध्यापक होगा, जो प्रत्येक कार्य दिवस में संबंधित कक्षा अध्यापक विद्यार्थियों की उपस्थिति लेंगे।

अगर विद्यालय में कक्षाओं के सापेक्ष अध्यापक, शिक्षा मित्र व अनुदेशकों की कमी हो तो एक अध्यापक एक से अधिक कक्षा का कक्षा अध्यापक हो सकता है। कक्षा अध्यापक के पास उनकी कक्षा के सभी विद्यार्थियों के नाम, उनके घर का पता, अभिभावकों के नाम और मोबाइल नंबर जरूर रखें।
कक्षा अध्यापक की जिम्मेदारी होगी कि अगर कोई विद्यार्थी अनुपस्थित होता है तो उसके अभिभावक से फोन पर संपक्र कर अनुपस्थिति का कारण अपनी डायरी में लिखेंगे। अगर कोई विद्यार्थी एक दिन से अधिक लगातार अनुपस्थित रहता है तो कक्षा अध्यापक अभिभावक से संपर्क कर विद्यार्थी का अनुपस्थिति से संबंधित प्रार्थना पत्र मंगवाकर अपने पास सुरक्षित रखेंगे, जिसे निरीक्षक के समय खंड शिक्षा अधिकारी व जिला समन्वयक को दिखाना होगा।
बीएसए ने शिक्षकों को ये भी निर्देशित किया कि कक्षा अध्यापक ड्राप आउट विद्यार्थियों की सही संख्या ओर उनका विवरण अपने पास अपडेट रखें। इसके अलावा हर महीने कम से कम दो बार अभिभावक शिक्षक बैठक करेंगे। बीएसए राहुल मिश्रा ने बताया कि विद्यालयों में विद्यार्थियों की शत प्रतिशत उपस्थिति के लिए प्रधानाध्यापकों और कक्षा अध्यापकों के लिए व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं।