डीएम विजय किरन आनंद के निर्देश पर :- 10 शिक्षक सस्पेंड, 5 अनुदेशकों को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी


● तहसील स्तर के अधिकारियों ने 32 विद्यालयों का किया निरीक्षण

● अफसरों की रिपोर्ट व डीएम के निर्देश पर बीएसए ने की कार्रवाई

32 विद्यालयों में 40 प्रतिशत मिले बच्चे



तहसील स्तर के अधिकारियों द्वारा किए गए 32 विद्यालयों के निरीक्षण में महज 40 प्रतिशत बच्चों की उपिस्थिति मिली। इसके अलावा ऑपरेशन कायाकल्प, मिशन प्रेरणा कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई। वहीं कंपोजिट विद्यालय जंगल धूषण में मध्याह्न भोजन मीनू के हिसाब से नहीं बना पाया गया, वहां फल और दूध का भी वितरण नहीं किया जा रहा है। इस लापरवाही पर बीएसए ने जंगल धूषण की प्रधानाध्यापक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

गोरखपुर, । डीएम विजय किरन आनंद के निर्देश पर तहसील स्तरीय अधिकारियों ने जिले के 32 कंपोजिट स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता की जांच के लिए औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में इन विद्यालयों में कार्यरत 596 शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक के सापेक्ष 89 कर्मचारी अवकाश पर मिले जबकि 10 सहायक अध्यापक व पांच अनुदेशक बिना सूचना गैरहाजिर मिले। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम के निर्देश पर बीएसए ने तत्काल प्रभाव से 10 शिक्षकों को निलंबित कर दिया, साथ ही पांच अनुदेशकों को सेवा समाप्ति का नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।

एक साथ 89 अध्यापकों के अनुपस्थित मिलने पर सभी का अगले आदेश तक वेतन रोकते हुए इनके द्वारा ऑनलाइन अवकाश प्रस्तुत किए जाने के बाद ही वेतन जारी करने का निर्देश दिया गया है। निरीक्षण के दौरान पता चला कि बड़हलगंज ब्लाक के कंपोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय महुआपार की सहायक अध्यापिका रंजना यादव बिना किसी सूचना के तीन वर्षों से गैरहाजिर हैं। जिन शिक्षकों व अनुदेशकों पर कार्रवाई हुई है उनमें चरगांवा ब्लाक की सहायक अध्यापक प्रियंका जायसवाल, प्रशंसा श्रीवास्तव, रेनू त्रिपाठी, आभा त्रिपाठी, पुष्पा त्रिपाठी, रूपाली श्रीवास्तव, बृज किशोर यादव, साधना चतुर्वेदी, प्रियंका गौतम, शिप्रा दूबे, श्रीप्रकाश राय, कुलदीप राय व अनुराधा गौतम शामिल हैं।

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