बीआरसी के लेखाकर-ऑपरेटर पर गिरेगी तबादले की गाज, शिक्षकों का कराते हैं जेब ढीला

सिद्धार्थनगर। 


परिषदीय विभाग के ब्लॉक संसाधन केंद्र (बीआरसी) पर लंबे समय से जमे लेखाकार-ऑपरेटर पर तबादला की गाज गिर सकती है। विभाग के सभी 14 ब्लॉकों में 11 वर्ष पूर्व एक एजेंसी से लेखाकार व ऑपरेटर तैनात किए गए थे। यह सभी लंबे समय से एक ही जगह पर जमे हैं। इन पर आए दिन भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही है। इसे देखते हुए बीएसए ने सभी के ब्लॉकों को परिवर्तन का मूड बनाया है।

दरअसल, वर्ष 2011 में परिषदीय विभाग ने जिले के सभी ब्लॉकों पर 14 लेखाकर व 14 ऑपरेटर नियुक्त कराए थे। एजेंसी के यह सभी कर्मी तैनाती के बाद से आज तक जमे हैं। इन सभी की तैनाती को एक ही जगह पर 11 वर्ष का समय पूरा हो चुका है। इन सभी कर्मियों की आए दिन बीएसए से भ्रष्टाचार की शिकायत हो रही हैं। जिले के एक शिक्षक संगठन ने बीएसए को पत्र सौंप कर लेखाकार व ऑपरेटर के ब्लॉकों में परिवर्तन की मांग की थी। बीएसए इन सभी को आधार मानकर लेखाकार व ऑपरेटर के ब्लॉक बदलने की तैयारी शुरू कर दी है। चर्चा है कि बीएसए ने लेखाकर व ऑपरेटर की नई तैनाती के लिए ब्लॉकों की सूची भी तैयार करा ली है। जल्दी ही सभी के ब्लॉकों में परिवर्तन कर दिया जाएगा।



शिक्षकों का कराते हैं जेब ढीला

परिषदीय विभाग में शिक्षकों के नदारद रहने की आए दिन सूचनाएं मिलती हैं। लेखाकर व ऑपरेटर एक ही ब्लॉक में लंबे समय से जमा होने से यह एक-एक शिक्षक से परिचित हैं। कौन शिक्षक विद्यालय पर है और कौन जिले में नदारद है, इन्हें इसकी पूरी जानकारी होती है। नदारद रहने के एवज में लेखाकार पूरे माह की सैलरी दिलाने में शिक्षक का जेब ढीला कराते हैं। इसके अलावा शिक्षक कार्रवाई पर भी यह बीईओ का करीबी होने का भरपूर लाभ उठाते हैं।

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ब्लॉकों में तैनात लेखाकार व ऑपरेटर लंबे समय से एक ही जगह पर जमे हैं। इन पर आए दिन भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही है, जबकि शासन भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की बात कह रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए लेखाकर व ऑपरेटर के ब्लॉक बदलने की तैयारी है।