बेसिक शिक्षा विभाग: फर्जी दस्तावेज पर नौकरी कर रही थी प्रधानाध्यापिका, बर्खास्त, पढ़िए पूरा मामला


 बेसिक शिक्षा विभाग: फर्जी दस्तावेज पर नौकरी कर रही थी प्रधानाध्यापिका, बर्खास्त, पढ़िए पूरा मामला 


देवरिया: फर्जी दस्तावेज Document पर नौकरी job's कर रही सदर विकास खंड के अगया प्राथमिक विद्यालय prathmik vidyalaya की प्रधानाध्यापक रीता यादव को बुधवार को बर्खास्त कर दिया गया। एसटीएफ STF की जांच में पुष्टि होने के बाद बीएसए BSA ने यह कार्रवाई की है।उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी BIO को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। जिले में अभी कई और शिक्षकों teachers पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।


जिले में परिषदीय विद्यालयों parishadiya vidyalaya में तैनात शिक्षकों teachers की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। सदर विकास खंड के अगया प्राथमिक विद्यालय पर तैनात प्रधानाध्यापक Headmaster रीता यादव के दस्तावेज फर्जी होने की शिकायत मिलने पर एसटीएफ STF ने जांच की। जांच में पाया गया कि लखनऊ विश्वविद्यालय के बीए BA वर्ष years 2000 का जो प्रमाण पत्र लगाया गया है, वह रीता की बजाय अशोक कुमार गुप्ता का है।

 
साथ ही BED 2003 का प्रमाण पत्र रीता कुमारी के नाम से है। जांच में फर्जीवाड़ा की पुष्टि होने के बाद बीएसए BSA ने प्रधानाध्यापक Headmaster से जवाब मांगा। इसके बाद बीएसए BSA ने बुधवार को प्रधानाध्यापक Headmaster रीता यादव को फर्जी दस्तावेज पर नौकरी हथियाने के आरोप में बर्खास्त कर दिया। रीता भदिला गांव की रहने वाली है। बीएसए BSA संतोष कुमार राय ने बताया कि फर्जी दस्तावेज पर नौकरी job's करने वाली प्रधानाध्यापक को बर्खास्त कर दिया गया है। कुछ और शिक्षकों teachers के कागजात संदिग्ध मिले हैं। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।