भोजपुरी फिल्म में दरोगा की भूमिका करना प्रधानाध्यापक को पड़ा महंगा, निलंबित

संतकबीरनगर। बिना विभागीय अनुमति के भोजपुरी फिल्म में दरोगा की भूमिका निभाना एक हेडमास्टर को महंगा पड़ गया। इसके साथ ही बृहस्पतिवार को बीईओ नाथनगर के निरीक्षण में वही हेडमास्टर विद्यालय में चारपाई पर लेटकर मोबाइल से बात करते हुए मिले। बीईओ की रिपोर्ट पर बीएसए ने हेडमास्टर का निलंबित कर दिया है। उन्होंने बीईओ हैंसर को जांच अधिकारी नामित करते हुए 15 दिन में जांच रिपोर्ट तलब की है।



बीएसए दिनेश कुमार ने बताया कि बीईओ नाथनगर ने रिपोर्ट दी है कि विकास खंड नाथनगर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मोलनापुर का बृहस्पतिवार को निरीक्षण किया था। जहां पर प्रभारी प्रधानाध्यापक अरुण कुमार मिश्र विद्यालय का कार्य न करके चारपाई पर लेटकर मोबाइल से बात करते हुए मिले। इसके साथ ही वह बिना विभागीय अनुमति के भोजपुरी फिल्म में दरोगा का अभिनय किए थे। इसके संबंध में बीईओ के जरिए पूछताछ की गई तो प्रधानाध्यापक ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके साथ ही प्रधानाध्यापक विद्यालय के संचालन में काफी लापरवाही बरत रहे हैं। समय से बच्चों को खाद्य सुरक्षा भत्ता एवं खाद्यान्न वितरित नहीं किए हैं। इनके पास कोई रिकॉर्ड भी नहीं है। बीएसए ने बताया कि बीईओ की रिपोर्ट पर प्रभारी प्रधानाध्यापक अरुण कुमार मिश्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वह बीआरसी नाथनगर से संबद्ध रहेंगे और नियमानुसार प्रत्येक माह प्रमाणपत्र प्रस्तुत करेंगे कि वह किसी अन्य सेवा में नहीं हैं। इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी हैंसर को जांच अधिकारी नामित किया गया है। उन्हें 15 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।