मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अध्यक्षता में गुरुवार को लोक भवन में उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में शिक्षा विभाग को लेकर बड़े फैसले पर मुहर लगी। प्रदेश में महानिदेशक शिक्षा का ओहदा और बड़ा कर दिया गया है। कैबिनेट बैठक में गुरुवार को 23 प्रस्ताव रखे गए थे, जिनमें से 22 पर मुहर लगी है।
उत्तर प्रदेश कैबिनेट में शिक्षा विभाग को लेकर बड़े प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। प्रदेश में अब बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग महानिदेशक स्कूल शिक्षा (Basic and Secondary Education Department Merged) के अधीन होंगे। अभी तक इन दोनों विभाग के अलग-अलग निदेशक होते हैं। प्रदेश में अभी तक सरिता तिवारी (Sarita Tiwari) माध्यमिक शिक्षा विभाग की कार्यवाहक निदेशक हैं, जबकि बेसिक शिक्षा विभाग में भी कार्यवाहक निदेशक शुभा सिंह (Shubha Singh) हैं।
योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने प्रदेश के शिक्षा विभाग को लेकर बड़े फैसले पर अपनी मुहर लगा दी है। शिक्षा विभाग का सर्वेसर्वा अब महानिदेशक शिक्षा ही होगा। इस पद पर आइएएस अफसर तैनात है। माध्यमिक तथा बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक पद पर विभागीय अधिकारी प्रोन्नत होकर विभाग के मुखिया बनते हैं। अब इसमें बदलाव कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा के साथ ही अब माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधीन निदेशालय भी महानिदेशक स्कूल शिक्षा के अधीन होंगे।
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा अब बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग दोनों का काम देखेंगे। डीजी स्कूल के नियंत्रण में माध्यमिक और बेसिक शिक्षा के सभी विभाग और कार्यालय होंगे। सरकार ने प्रदेश में कक्षा एक से लेकर 12 तक की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए यह फैसला किया है।