वन रक्षक परीक्षा के लिए 30 हजार में मूल अभ्यर्थियों की जगह दौड़ने बुलाए गए थे


लखनऊ,। वन रक्षक परीक्षा के लिए शारीरिक मानक परीक्षा व दौड़ परीक्षा में खूब धांधली पकड़ी गई। पकड़े गए गिरोह के सरगना उमेश ने कबूला कि वह पिछले आठ साल से परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने का काम कर रहा है। उसने ही बताया कि विकास कुमार का पिछले साल सब इंस्पेक्टर के लिए चयन हुआ था। वह इस समय सुलतानपुर में ट्रेनिंग कर रहा है।

स्पोर्ट्स कालेज के शिक्षकों ने गुड़म्बा पुलिस को सूचना दी कि वन रक्षक परीक्षा में शारीरिक परीक्षा देने आये गोरखपुर, बासगांव के सचिन यादव और गाजीपुर, मोहम्मदाबाद निवासी नितेश कुमार यादव का डिजिटल हस्ताक्षर लिखित परीक्षा के समय स्कैन किये गये हस्ताक्षर से मेल नहीं खा रहा है। इस पर गुड़म्बा पुलिस वहां पहुंची। सचिन और नितेश के दस्तावेज भी गड़बड़ निकले। दोनों ने कबूला कि उन्हें मूल अभ्यर्थियों की जगह दौड़ करने के लिए 20 से 30 हजार रुपये देने को कहा गया था। पुलिस इस मामले में मूल अभ्यर्थियों का ब्योरा आयोग से ले रही है। इन दोनों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।