भीषण गर्मी और उमस को देखते हुए पूरे प्रदेश में 1-8 तक के विद्यालयों(प्राइवेट-परिषदीय) का समय परिवर्तन होना चाहिए और
विद्युत विभाग को इस बात का खयाल रखना चाहिए कि बिजली कटौती विद्यालय समय के दौरान न की जाए। बच्चे वास्तव में बड़ी तकलीफ़ में हैं और शिक्षक असहाय हैं।