मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि छह वर्ष पूर्व बेसिक शिक्षा स्कूलों में बच्चे आने से डरते थे। स्कूलों में पेड़ों की जगह झाड़ियां जमा रहती थीं। आज उन्हीं विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। वर्ष 2017 के बाद से अब तक बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 55 से 60 लाख अतिरिक्त बच्चे आए हैं। ऑपरेशन कायाकल्प से स्कूलों की तस्वीर बदल गई है। सौ-सवा सौ साल पुराने स्कूलों के भवन भी अब नए और आधुनिक बन गए हैं। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन का दूसरा फेज अब माध्यमिक विद्यालयों के लिए शुरू किया जाएगा ताकि पुराने एवं जर्जर भवनों का पुनर्निर्माण या मरम्मत कर उसे नया स्वरूप दिया जा सकेगा। इससे शिक्षा का नया वातावरण बन सकेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये बातें बुधवार को लखनऊ स्थित लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। इस मौके पर उन्होंने बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को यूनीफार्म, स्कूल बैग, जूता-मोजा एवं स्टेशनरी की खरीद के लिए प्रति छात्र-छात्रा 1200 रुपये की धनराशि माता-पिता के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से जारी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1 करोड़ 91 लाख को पार कर चुकी है। कई देशों की आबादी इतनी नहीं है। पिछले छह वर्षों में उत्तर प्रदेश में समग्र विकास की भावना को साकार करते हुए क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का प्रयास किया गया है। नीति आयोग की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को गरीबी से मुक्त करने के जिस लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की गई है, वह बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1 करोड़ 91 लाख को पार कर चुकी है। कई देशों की आबादी इतनी नहीं है। पिछले छह वर्षों में उत्तर प्रदेश में समग्र विकास की भावना को साकार करते हुए क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का प्रयास किया गया है। नीति आयोग की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को गरीबी से मुक्त करने के जिस लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की गई है, वह बड़ी उपलब्धि है।