मथुरा (छोटी सी बात ) । शिक्षा मित्रों की मांगों को लेकर आज उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ ने तिरंगा यात्रा निकालकर सांसद हेमामालिनी के कार्यालय का घेराव किया और प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन उनके प्रतिनिधि को दिया।
आज सैकड़ो शिक्षा मित्र टैंक चैराहे पर एकत्रित हुए जहां से पैदल तिरंगा यात्रा निकालते हुए सिविल लाइन स्थित सांसद हेमामालिनी के कार्यालय पहुचे। इस दौरान शिक्षामित्रों ने सांसद के कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। संघठन के जिला अध्यक्ष खेमसिंह चौधरी ने कहा कि हमने 10 दिन पूर्व ही उन्हें लिखित में अवगत करा दिया था कि 3 सितंबर को शिक्षा मित्र अपनी मांगों का ज्ञापन देने उनके कार्यालय आएंगे लेकिन इसके बाद भी सांसद अपने कार्यालय नही मिली। शिक्षा मित्रों ने अपना प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन उनके प्रतिनधि को दिया और कहा कि अगर एक महीने में शिक्षा मित्रों की समस्याओं का समाधान नही होगा तो 9 अक्टूबर को पूरे प्रदेश के शिक्षा मित्र राजधानी लखनऊ में धरना प्रदर्शन कर आर
पार की लड़ाई लड़ेंगे। ज्ञापन के माध्यम से सरकार से मांग की गई है कि शिक्षा मित्रों का स्थाईकरण किया जाए, शिक्षा मित्रों को समान कार्य समान वेतन दिया जाए, मृतक शिक्षा मित्रों के परिवार को आर्थिक मदद की जाए, टेट पास शिक्षा मित्रों को नियमो में छूट प्रदान कर सहायक अध्यापक बनाया जाए। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने शिक्षा मित्रों का वोट लेकर सरकार बनने के बाद धोखा किया है जिस धोखे से दुखी होकर मानसिक अवसाद में आकर प्रदेश में पिछले 6 वर्षों में लगभग 8 हजार शिक्षा मित्र अवसाद एवं आर्थिक स्थिति से इलाज के अभाव में अपनी जान गवा चुके हैं। शिक्षामित्र 22 वर्षों से अल्प मानदेय पर प्राथमिक विद्यालयों में बच्चो को पढ़ा रहे हैं जहां एक अध्यापक को 60 से 70 हजार रुपये महीने वेतन मिलता है वही इस महंगाई में शिक्षा मित्रों को मात्र 10 हजार रुपये केवल 11 माह मानदेय दिया जा रहा है। प्रदर्शन करने वालों में दीपक गुप्ता, मुसिफ अली, सतेंद्र सिंह, रामकुमार, योगेंद ठाकुर, राजकुमार चौधरी, रामवीर छोंकर, बनी सिंह, तेजवीर चौधरी, पहलाद सिंह, सुनील चौहान, भगवान सिंह आदि मौजूद थे।