गर्भपात के मामले में अवकाश का यह है प्रावधान


*_गर्भपात के मामले में_*

_गर्भपात मामलों में, जिसके अन्तर्गत गर्भश्राव भी है, *प्रत्येक अवसर पर 6 सप्ताह तक अवकाश के प्रार्थना पत्र के समर्थन में प्राधिकृत चिकित्सक का प्रमाण पत्र संलग्न किया गया हो।


 गर्भपात / गर्भश्राव के प्रकरणों में अनुमन्य मातृत्व अवकाश के सम्बन्ध में अधिकतम तीन बार अनुमन्य होने का प्रतिबन्ध शासन के पत्रांक संख्या-4-84 / दस-90-216-79 दिनांक: 1990 द्वारा प्रसारित अधिसूचना के द्वारा समाप्त कर दिया गया है।_