आधार बनवाने को बच्चों को ढूंढ़कर लाएंगे हेडमास्टर

बहराइच जिले के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के लिए हेडमास्टर को गांव-गांव जाना पड़ेगा: एक महत्वपूर्ण पहल

बहराइच जिले में शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जिसका लक्ष्य है जिले के परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को आधार कार्ड बनवाने में मदद करना। हर बृहस्पतिवार, हेडमास्टर गांव-गांव जाएंगे और बच्चों के लिए आधार कार्ड बनवाएंगे, इससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। इस पहल का मकसद है सुनिश्चित करना कि हर बच्चे को सही समय पर उनका आधार कार्ड मिले और उन्हें सरकारी योजनाओं से जुड़ी अधिक जानकारी हो।


जिले में शिक्षा का स्तर

बहराइच जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत 2803 परिषदीय विद्यालय हैं, जिनमें 533998 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। यह एक बड़ी संख्या है, जिसमें से कई बच्चे नियमित रूप से विद्यालय नहीं जा रहे हैं। इससे उन्हें आधार कार्ड बनवाने में कठिनाई हो रही है।

आधार कार्ड और सरकारी योजनाएं

आधार कार्ड न केवल एक पहचान पत्र है, बल्कि यह सरकारी योजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। इसके माध्यम से बच्चे सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं, जैसे कि डीबीटी योजना, जिससे उन्हें वित्तीय सहायता मिल सकती है। लेकिन जिले में 35829 बच्चे ऐसे हैं जिनका आधार कार्ड वेरिफाई नहीं हुआ है, जिसके कारण उनके अभिभावकों को डीबीटी योजना के तहत 12 सौ रुपए की धनराशि नहीं मिल सकी है।

हेडमास्टरों का संबोधन

इस समस्या को हल करने के लिए हर बृहस्पतिवार जिले के सभी 14 ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर आधार कार्ड शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। हेडमास्टरों को 20 नवंबर तक इन सभी बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए निर्देश दिया गया है। इससे न केवल बच्चों को सही समय पर उनका आध