लखनऊ। तदर्थ शिक्षकों की सेवा समाप्ति के आदेश को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने तुगलकी फरमान बताया है। प्रदेश उपाध्यक्ष ओर प्रवक्ता डा. आरपी मिश्र ने कहा कि इन शिक्षकों की नियुक्ति उस समय संस्थाओं के प्रबंध तंत्र ने तदर्थ के रूप में की थी जब संस्थाओं में शिक्षकों की भारी कमी थी।
तदर्थ शिक्षक 25 से 30 वर्षों तक सेवाएं देते विनियमितीकरण की मांग भी करते रहे लेकिन सरकार ने दीपावली के पूर्व सेवाएं खत्म कर तोहफा दिया है।