09 November 2023

डीबीटी के लाभ-हानि का मूल्यांकन कराएगा शिक्षा विभाग, यह जिले विभाग द्वारा परीक्षण हेतु किए गए चिन्हित


लखनऊ। प्रदेश भर में बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ रहे कक्षा एक से आठ के विद्यार्थियों को किताब- कॉपी, यूनिफार्म और जूता-मोजा के लिए डीबीटी से 1200 रुपये प्रति छात्र सरकार देती है। विभाग डीबीटी के फायदे व नुकसान का थर्ड पार्टी मूल्यांकन टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) से कराएगा।



विभाग ने मूल्यांकन के लिए 20 जिलों के 20-20 विद्यालयों का चयन किया है। इसके तहत टीआईएसएस के प्रतिनिधि विद्यालयों में जाकर वहां के एक शिक्षक, एक प्रधानाध्यापक, एक विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य और पांच अभिभावक से सूचनाएं लेंगे। इसमें वह जानेंगे कि विद्यालय में नामांकित सभी बच्चों को डीबीटी का लाभ मिला, कितनी राशि मिली और इनमें से कितनी राशि से बच्चों के लिए सामग्री खरीदी गई। डीबीटी पर शिक्षकों, अभिभावकों व एमएससी सदस्यों के सुझाव भी लिए जाएंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने संबंधित बीएसए को इसकी विस्तृत जानकारी के साथ टीआईएसएस की टीम को सहयोग करने के निर्देश दिए हैं।

यहां होगा मूल्यांकन : लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, गोंडा, सहारनपुर, बिजनौर, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, शाहजहांपुर, कानपुर नगर, बांदा, झांसी, बस्ती, प्रयागराज, गोरखपुर, बलिया, मिर्जापुर, वाराणसी व बुलंदशहर।