सावधान: फर्जी कॉल से शिक्षक हुआ साइबर ठगी का शिकार, पढ़ें पूरी खबर




साइबर अपराधी लोगों को नए नए तरीके से लोगों को फंसाकर उनकी गाढ़ी कमाई ठग रहे हैं। अब इस गिरोह के सदस्यों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोगों के नाम से फर्जी आईडी बनाकर डीपी पर उनका फोटो लगा ले रहे हैं।


इसके बाद मैसेंजर के जरिए उन्हें मार्मिक और भावुक मैसेज रहे हैं। उन्हें मैसेज में बताते हैं कि वह अस्पताल में आया है। उसका दोस्त या रिश्तेदार का एक्सीडेंट हो गया है। डॉक्टर को भुगतान करना है लेकिन मेरा पेटीएम काम नहीं कर रहा है। मैं डॉक्टर का नंबर भेज रहा हूं। इस नंबर पर 50, 60 या 70 हजार रुपये ट्रांसफर कर देना हैं। नेटवर्क दिक्कत खत्म होने के बाद रिटर्न कर दूंगा। साइबर ठगों के जाल में फंसकर लोग रकम ट्रांसफर कर रहे हैं।



फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर ट्रांसफर कराए 50 हजार रुपये


मझोला के लाइन पार निवासी विजय कुमार ने फेसबुक अपने नाम से आईडी बना रखी है। फेसबुक पर उनका मित्र जुड़ा है। एक दिन फेसबुक के मैसेज पर एक मैसेज आया। जिसमें उनके दोस्त की फोटो लगी थी। मैसेज में आरोपी ने बताया कि उसके ममेरे भाई का एक्सीडेंट हो गया है। वह दिल्ली स्थित अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत लगातार खराब हो रही है। अभी तत्काल खून के लिए डॉक्टर को भुगतान करना है। मेरा पेटीएम अस्पताल में काम नहीं पा रहा है। 50 हजार रुपये नंबर पर भेज दीजिए। यहां से निकलने के बाद पेटीएम कर दूंगा। विजय ने आरोपी के बताए खाते पर रकम ट्रांसफर कर दी थी।



डीएम के नाम से बनाया फर्जी एकाउंट

साइबर अपराधी ने मुरादाबाद के डीएम के नाम से भी फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बना चुके हैं। आरोपी ने डीपी पर उनका फोटो लगा कर उनके दोस्तों को रिक्वेस्ट भेज रहा था। आरोपी ने ठगी की कोशिश की थी। इनसे पहले साइबर ठग मंडल आयुक्त के नाम से भी फर्जी एकाउंट बना चुके हैं।


साइबर सेल ने इस मामले की जांच की तो पता चला कि राजस्थान के अलवर निवासी अकरम ने अकाउंट बनाया था। इसके लिए उसने अपने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया। आरोपी के मोबाइल नंबर की आईडी निकलवाई गई है। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि फर्जी एकाउंट बंद करा दिया गया है। साइबर ठग की तलाश की जा रही है।




व्हाट्सएप डीपी पर गन्ना आयुक्त की फोटो लगाकर डीसीओ को भेजे मैसेज

साइबर ठग ने व्हाट्सएप नंबर पर मुरादाबाद में तैनात गन्ना एंव चीनी आयुक्त का फोटो लगाकर जिला गन्ना अधिकारी को मैसेज भेजा। इनके अलावा अन्य अधिकारी व कर्मचारियों को भी मैसेज भेजकर ठगी कोशिश की। जिला गन्ना अधिकारी तुरंत सतर्क हो गए और उन्होंने उनके कार्यालय में तैनात स्टेनो को कॉल कर ली। जिससे वह साइबर ठगी का शिकार होने से बच न गए।


शिक्षक भी हो गए साइबर ठगी के शिकार

मुरादाबाद। कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले शिक्षक भी साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं। उनके मोबाइल पर एक कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को उनका परिचित बताकर कहा था कि मेरा पेटीएम नहीं चल रहा है। तुम्हारे अकाउंट में कुछ पैसे भेज रहा हूं। मुझे वापस कर देना। इसके बाद उसने एक लिंक व्हाट्सएप पर भेज दिया था जिस पर क्लिक करते ही पांच हजार रुपये उनके खाते से निकाल लिए थे।

बरतें सावधानी

- फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम से कोई मैसेज आए और भावुक मैसेज भेजकर रुपयों की मांग कर रहे तो रकम भेजने से पहले कंफर्म करने लगें कि रकम सही व्यक्ति को भेज रहे हैं।

फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर लॉक लगाकर रखें, इससे कोई आपका फोटो चोरी नहीं कर पाएगा

- फेसबुक पर अंजान लोगों से दोस्त करने से बचें