प्रयागराज के बिशप जॉनसन स्कूल से लीक हुआ था पर्चा


एसटीएफ ने डॉ. शरद सिंह पटेल की गिरफ्तारी के बाद लम्बी पूछताछ की तो कई राज खुले। खुलासा हुआ कि प्रयागराज स्थित बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल में परीक्षा शुरू होने से पहले ही पर्चा लीक कराया गया था। बंडल खोल कर पर्चा निकाला गया, फिर उसकी फोटो करने के बाद उसी तरह बंडल में बंद कर दिया गया। स्कूल में परीक्षा का काम देखने वाले विनीत की मदद से लीक कराकर कमलेश कुमार पाल ने पर्चा सौरभ को व्हाटसएप किया। 


सौरभ ने डॉ. शरद को भेजा था। डॉ.शरद से ही यह लीक पर्चा राजीव नयन को भेजा गया। राजीव के पास पहले से चारों सीरीज के पेपर थे। इससे मिलान होने पर साफ हो गया कि लीक पर्चा असली है। बस, फिर कुछ देर में ही यह अभ्यर्थियों तक भेजा जाने लगा। इस दौरान सम्पर्क में रहे लोग अभ्यर्थी से वसूली करने लगे थे।


डॉ. शरद ने एसटीएफ अफसरों को बताया कि उसके साथ जीडी मेमोरियल पब्लिक स्कूल का प्रबन्धक सौरभ शुक्ला पर्चा लीक में शामिल रहा। सौरभ ने प्रयागराज के झूसी स्थित एसपी ब्लू स्टार पब्लिक स्कूल के मैनेजर कमलेश कुमार पाल को अपने साथ मिलाया। वह कई बार लखनऊ आकर सौरभ व डॉ. शरद से मिला था। यहां सब कुछ तय होता रहा। कमलेश कुमार पाल उर्फ केके ने बताया था कि प्रयागराज स्थित बिशप जानसन गर्ल्स स्कूल में परीक्षा का काम देखने वाले अर्पित विनीत यशवंत से साठगांठ है। वह परीक्षा केन्द्र पर पेपर पहुंचते ही पेपर आउट कर व्हाटसएप पर भेज देगा।

पांच लाख रुपये कमलेश को देना तय हुआ एसटीएफ के मुताबिक अर्पित विनीत ने कमलेश पाल को पांच लाख रूपये पेपर आउट करने के लिये देना तय किया था। एक लाख रुपये उसे एडवांस दे दिया गया था। बाकी रकम काम होने के बाद देने की बात तय की गई। त्त्साजिश के तहत 11 फरवरी की सुबह कमलेश परीक्षा केन्द्र विशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल के बाहर पहुंच गया था।


पर्चा परीक्षा केन्द्र पहुंचते ही अंदर बुलाया गया कमलेश को

आरोपितों ने बताया कि परीक्षा केन्द्र पर सुबह 6.45 बजे आरओ भर्ती परीक्षा का पेपर पहुंचा। कुछ देर बाद ही सेक्टर मजिस्ट्रेट वहां से चले गये। तब अर्पित विनीत ने कमलेश को अन्दर बुला लिया। पेपर के चार बंडल थे। इसमें दो बंडल गार्ड व एक-एक बंडल अर्पित, कमलेश लेकर स्ट्रांग रूम गये। साजिश के तहत कमलेश अपना बंडल स्ट्रांग रूम के ठीक बगल में स्थित मेडिकल रूम में लेकर चला गया। यहां पहले से रखे कटर से चारों सीरीज के पैकेट खोल कर पर्चा निकाला। फोटो खींचने के बाद पैकेट व बंडल को उसी तरह टेप से चिपका कर स्ट्रांग रूम में रख दिया।

व्हाट्स ऐप पर शरद को भेजे पर्चे

कमलेश ने पर्चा लीक होते ही उसकी चारों सीरीज व्हाटसएप से सौरभ शुक्ला को भेज दिया। सौरभ ने शरद व अरुण सिंह को इसे भेजा। शरद ने लीक पर्चा राजीव नयन मिश्रा को भेजा। राजीव के पास पहले से लीक पर्चा था। मिलान में दोनों पर्चे समान मिले। इनके साथ शामिल रहा सुभाष प्रकाश भी कई अभ्यर्थियों के सम्पर्क में रहा था।