छात्र नहीं लिख सके स्कूल का नाम, प्रधानाध्यापक सहित समस्त शिक्षकों से बीएसए ने स्पष्टीकरण तलब

 जौनपुर  । जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मंगलवार को विकास खण्ड करंजाकला एवं बक्सा के परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान बगैर सूचना विद्यालय से अनुपस्थित एक सहायक अध्यापक का वेतन रोक दिए। साथ ही दो विद्यालयों में खामी के कारण वहां के समस्त स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा। एक स्कूल में कक्षा छह के छात्र अपने स्कूल का नाम तक नहीं लिख सके।

बीएसए के औचक निरीक्षण से स्कूलों में हड़कंप मचा रहा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने बताया कि फोन पर लगातार शिकायत मिल रही थी। शिकायत के आधार पर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान करंजाकला के कंपोजिट विद्यालय बैजापुर में अध्यापिका मधूलिका अनुपस्थित पायी गईं। बीएसए ने वेतन बाधित कर दिया। आंगनबाड़ी केंद्र बंद पाया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के विरुद्ध जिला परियोजना अधिकारी को कार्यवाई के लिए बीएसए ने पत्र लिखा। विद्यालय में सफाई न होने के कारण प्रधानाध्यापक पर बीएसए ने नाराजगी जतायी। कक्षा 6 के तीन छात्रों से विद्यालय का नाम लिखने लिए कहा गया। सिर्फ एक छात्र ही विद्यालय का सही-सही नाम लिख पाया। जिस पर बीएसए ने सुधार किए जाने के लिए निर्देश दिया। प्राथमिक विद्यालय करसावां में क्लासरुम को बीएसए ने चेक किया। कमरों में झाले एवं फर्श की टाइल्स उखड़ी हुई पायी गयी। इसके बाद बक्शा के प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर में मध्यान्ह भोजन पंजिका में लाभार्थी छात्रों का विवरण एक अप्रैल से निरीक्षण तिथि तक अद्यतन नहीं किया गया प्राप्त हुआ। यहां प्रधानाध्यापक पर कार्यवाही करते हुए सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया। प्राथमिक विद्यालय मई में में भी खामी मिली। ऐसे में प्रधानाध्यापक सहित समस्त शिक्षकों से बीएसए ने स्पष्टीकरण मांगा। प्राथमिक विद्यालय के केवटली में मिली खामियों पर यहां के स्टाफ का वेतन रोका गया।