30 May 2025

आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस का रिजल्ट दो जून को

 नई दिल्ली। सभी 23 आईआईटी में दाखिले की परीक्षा जेईई एडवांस 2025 परीक्षा का रिजल्ट दो जून को जारी होगा। आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी, आईआईएससी बंगलूरू समेत 121 केंद्रीय उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी) में पंजीकरण 3 जून से शुरू होगा। इसमें जेईई एडवांस और जेईई मेन 2025 की मेरिट से सीट अलॉट होगी। 




इस साल आईआईटी में काउंसिलिंग के छह राउंड होंगे। पिछले साल से काउंसिलिंग का एक राउंड अधिक मिलेगा। खास बात यह है कि देश में पहली बार दिव्यांग वर्ग के छात्रों की यूडीआईडी कार्ड (भारत सरकार की ओर से जारी एक विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र) से वेरिफिकेशन होगा।


सरकार के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, जोशा काउंसिलिंग 2025 का शेड्यूल तैयार हो गया है। देश के सभी 23 आईआईटी, 31 एनआईटी, 26 आईआईआईटी, तीन स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए), आईआईईएसटी शिवपुर, गतिशक्ति विश्वविद्यालय समेत 41 अन्य सरकारी वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों में स्नातक दाखिले के लिए जोसा काउंसिलिंग (जॉइंट सीट

एलोकेशन अथॉरिटी) 2025 की विंडो 3 जून को ओपन होगी। इच्छुक उम्मीदवार तीन जून से पंजीकरण कर सकते हैं। आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस


और एनआईटी, आईआईआईटी समेत अन्य 41 संस्थानों में जेईई मेन 2025 की मेरिट से सीट मिलेगी। पंजीकरण के साथ छात्रों को मनपसंद संस्थान और कोर्स भरना होगा। इसके अलावा, छात्रों का ऑनलाइन सेंट्रलाइज्ड काउंसिलिंग की गलतियों से बचाने के लिए नौ जून को मूक राउंड काउंसिलिंग आयोजित की जाएगी। इसमें उन्हें पंजीकरण से लेकर मनपसंद कोर्स व संस्थान चुनने का मौका मिलेगा।



आईआईटी और एनआईटी में 20 फीसदी गर्ल्स सीट


आईआईटी और एनआईटी में 20 फीसदी अतिरिक्त सीटों पर बेटियों को दाखिला मिलेगा। इन अतिरिक्त सीटों से अन्य आरक्षित सीटों में कोई कटौती नहीं हुई है। इसका मकसद बेटियों को देश के इंजीनियरिंग प्रीमियम संस्थानों से जोड़ना है।


12 वीं में 75 फीसदी या टॉप 20 पसेंटाइल जरूरी


जोसा काउंसलिंग 2025 में भाग लेने वाले छात्र ध्यान दें कि 12वीं कक्षा में 75 फीसदी अंक और टॉप 20 पसेंटाइल होने जरूरी है। यदि कोई छात्र इन दोनों नियमों को पूरा नहीं कर पाता होगा तो काउंसलिंग में भाग नहीं ले सकेगा। इसके अलावा यदि किसी बोर्ड के टॉप 20 पर्सेटाइल नहीं होंगे तो ऐसे मामले में सीबीएसई बोर्ड के नियमों का पालन किया जाएगा। वहीं, एससी, एसटी छात्रों को 12वीं कक्षा में 75 फीसदी की बजाय 65 फीसदी अंक होने जरूरी है।


नया नियम, फीस पंजीकरण के साथ प्री-पेमेंट का विकल्प


अब किसी छात्र की सीट फीस जमा न होने के कारण रद्द नहीं होगी। इस वर्ष से फीस जमा करने के नियम में बड़ा बदलाव हुआ है। जोसा काउंसलिंग में पंजीकरण के बाद ज्वाइस फिलिंग के साथ ही छात्र को अपनी फीस जमा करने का मौका मिलेगा। अब छात्र ही फीस जमा करें, यह जरूरी नहीं होगा। बिना लॉगइन भी कोई भी फीस जमा कर सकेगा। पहले सीट अलॉट होने के बाद फीस जमा होती थी। इस कारण बहुत सारे छात्रों की सीट रद्द हो जाती थी। आईआईटी में दाखिला नियम में बदलाव हुआ है।


एक छात्र की गलती के कारण दूसरे छात्र को दाखिला सीट से बंचित नही रहना होगा। छात्र को दूसरे से पांचवें राउंड की काउंसलिंग में सीट छोड़नी या पक्की करनी अनिवार्य होगी। यदि कोई छात्र इस अवधि में सीट पर फैसला नहीं ले पाता है तो फिर उसे जेईई एडवांस से डिबार कर दिया जाएगा। वहीं, एनआईटी, आईआईईएसटी, आईआईआईटी, एसपीए और 41 सरकारी वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों में काउंसलिंग के दूसरे राउंड से छठें राउंड तक सीट छोड़ने का मौका होगा।



यूडीआईडी कार्ड कांउसिलिंग में जोड़ा


आईआईटी, एनआईटी,


आईआईआईटी समेत 121 उच्च शिक्षण संस्थानों में दिव्यांग छात्रों को अब फिजिकल वेरिफिकेशन से राहत मिल गई है। अब उन्हें उन्हें सेंटर पर जाकर अपने डाक्यूमेंट नहीं दिखाने होंगे। भारत सरकार द्वारा जारी यूडीआईडी कार्ड से उनकी वेरिफिकेशन घर बैठे हो जाएगी। यह आधार कार्ड की तरह होता है, जिसमें इस वर्ग के लोगों को योजनाओं का लाभ मिलता है।


आईआईटी में 21 जुलाई को दाखिले बंद


देश के दिग्गज सभी 23 आईआईटी में इस बार बीटेक दाखिले के लिए काउंसलिंग के कुल छह राउंड मिलेंगे। शैक्षणिक सत्र 2025-26 में काउंसलिंग का एक राउंड बढ़ा दिया गया है। इसलिए छात्रों को पांचवें राउंड में ही सीट छोड़ने या रखने का फैसला लेना होगा। यदि पांचवें राउंड के बाद सीट छोड़ते हैं तो ऐसे छात्र जेईई एडवांस 2026 की परीक्षा के लिए डिबार हो जाएंगे।