अमरोहा, क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज में संविदा शिक्षक ने 15 दिन पहले 10वीं की छात्रा से छेड़छाड़ की। जब छात्रा ने यह बात अपने परिजनों को बताई तो उसने छात्रा को स्कूल के ही एक मैदान में बुलाकर उसका गला दबा दिया। इससे छात्रा के गले में सूजन आने से आवाज निकलनी बंद हो गई।
पंद्रह दिन तक चले उपचार के बाद जब छात्रा की आवाज निकली तो उसने पूरे आपबीती बताई। मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ छेड़छाड़, हत्या के प्रयास के अलावा जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
डिडौली कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी किसान की दो बेटियां क्षेत्र के ही इंटर कॉलेज में पढ़ती हैं। कक्षा दस में पढ़ने वाली उनकी 15 वर्षीय बेटी को पिछले दो महीने से स्कूल में पढ़ाने वाला संविदा शिक्षक विवेक चीमा अलग-अलग तरीकों से प्रताड़ित कर रहा था। आरोप है कि वह कॉलेज की अन्य छात्राओं के साथ भी छेड़छाड़ करता है। छात्रा ने उसकी गलत हरकतों की शिक़ायत परिजनों से कर दी थी। मामला कॉलेज तक पहुंचने पर प्रबंधन से जुड़े लोगों ने उस वक्त विवेक चीमा को डांटकर बात को रफा-दफा करा दिया था।
कॉलेज में बदनामी होने पर आरोपी विवेक चीमा छात्रा से रंजिश रखने लगा। आरोप है कि बीती 19 अप्रैल को विवेक चीमा ने छात्रा को धोखे से कॉलेज के पीछे मैदान में बुलाया और वहां पहले छेड़छाड़ की और बाद में जान से मारने की नीयत से उसका गला दबा दिया। छुट्टी के बाद छात्रा बदहवास हालत में घर पहुंची तो नसों में सूजन आने से उसकी आवाज चली गई। परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराकर उपचार दिलाया तो उसकी याददाश्त भी जाती रही। करीब 15 दिन तक चले उपचार के बाद बीती सात मई को छात्रा की हालत में सुधार आया तो उसने परिजनों को शिक्षक विवेक चीमा की हरकतों की जानकारी दी। परिजनों ने जब प्रबंधन से जुड़े लोगों से संपर्क किया तो उन्होंने शिक्षक विवेक को कॉलेज से निकालने का आश्वासन दिया। प्रभारी निरीक्षक हरीश वर्धन सिंह ने बताया कि मामले में शिक्षक विवेक चीमा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी को जल्दी गिरफ्तार कर चालान किया जाएगा।