लखनऊ। प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों को दिए गए टैबलेट दो माह से बंद हैं। बीएसए ने स्कूलों को मिली कम्पोजिट ग्रांट से तीन-तीन हजार रुपये की कटौती कर ली, लेकिन सिम रिचार्ज नहीं कराया है। इससे स्कूलों के प्रधानाध्यापक व शिक्षक समर कैंम समेत दूसरी ऑनलाइन सूचनाएं परियोजना कार्यालय और विभाग को नहीं भेज पा रहे हैं।
स्कूल महानिदेशक ने 13 फरवरी को प्रदेश के सभी बीएसए को टैबलेट के सिम रिचार्ज के लिये बजट जारी किया था लेकिन अभी तक टैबलेट के सिम रिचार्ज नहीं कराए गए हैं। इससे स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों में आक्रोश है।
लखनऊ में संचालित 1618 प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों में वर्ष 2024 मई व जून में 3044 टैबलेट स्कूलों में बांटे गए थे। हर स्कूल के प्राध्याध्यापक और एक शिक्षक को एक-एक टैबलेट दिया गया था। जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या बहुत कम थी। उन्हें एक ही टैबलेट दिया गया था। काकोरी के उच्च प्राइमरी स्कूल के एक प्रधानाध्यापक के मुताबिक अप्रैल में सिम का रिचार्ज खत्म हो गया था। जिसकी वजह से बच्चों, अभिभावकों का ब्योरा, एमडीएम और स्कूलों से भेजी जाने वाली दूसरी ऑनलाइन सूचनाएं नहीं भेज पा रहे हैं। स्कूलों में समर कैंप के तहत गतिविधियों की फोटो, सूचनाएं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय को भेजने में दिक्कतें आ रही हैं। बीएसए राम प्रवेश से इस सम्बंध में संपर्क किया गया लेकिन उनका फोन उठा।
दो माह बीतने के बाद भी सिम रिचार्ज नहीं
शिक्षकों का कहना है कि बीएसए कार्यालय की ओर से मार्च में स्कूलों को जारी कम्पोजिट ग्रांट से दोनों टैबलेट के सिम रिचार्ज के लिये तीन हजार रुपये काटे जा चुके हैं। प्रधानाध्यापकों से कहा गया था कि रिचार्ज खत्म होने से पहले ही टैबलेट के सिम रिचार्ज करा दिये जाएंगे लेकिन करीब दो माह बीत जाने के बाद भी नहीं किए गए हैं। स्कूलों में 21 मई से 10 जून तक चल रहे समर कैंप के तहत गतिविधियों की फोटो और सूचनाएं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय को ऑनलाइन भेजने में दिक्कतें आ रही हैं।
बीएसए की जिम्मेदारी है रिचार्ज की। प्रदेश में रिचार्ज भुगतान किया जा चुका है। लखनऊ में टैबलेट बंद की सूचना नहीं। उचित कार्रवाई होगी। कंचन वर्मा, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा