प्रयागराज। परिषदीय स्कूलों में सपोर्टिव सुपरविजन के लिए एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) और स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) के मोबिलिटी/वाहन भत्ते की दरों में भारी-भरकम वृद्धि कर दी गई है।
अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार की ओर से 17 जुलाई को जारी के अनुसार एआरपी और एसआरजी को 2500 रुपये प्रतिमाह के स्थान पर 4500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। डायट मेंटर का वाहन भत्ता एक हजार से बढ़ाकर दो हजार कर दिया गया है। जिलों में प्रत्येक विकास खंड पर छह एआरपी और विकास खंड के लिए नामित एक डायट मेंटर पदेन एआरपी की व्यवस्था की गयी है।
परिषदीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, इनोवेशन व निपुण विद्यालय बनाने के लिए शिक्षकों को अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) व स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) की जिम्मेदारी दी जाती है।
शासन ने एआरपी व एसआरजी के वाहन भत्ते में दो-दो हजार और डायट मेंटर के भत्ते 1000 रुपये की वृद्धि की है। साथ ही 500 रुपये प्रतिमाह स्वनिर्मित शिक्षण अधिगम सामग्री के लिए भी दिया जाएगा। प्रदेश भर में लगभग 4,400
एआरपी, 225 एसआरजी व 885 डायट मेंटरों को शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्य में लगाया जाता है। बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 2019 में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए एआरपी व एसआरजी को
2500 और डायट मेंटर को 1000 रुपये प्रतिमाह वाहन भत्ता देने का फैसला हुआ था। इसे संशोधित करते हुए क्रमशः 4500 व 2000 रुपये करने की सहमति दी गई है।
उन्होंने कहा कि एआरपी-एसआरजी को उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रेरित करने, शैक्षिक गतिविधियों में प्रतिस्पर्धा व गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सीमैट प्रयागराज में प्रशिक्षण भी कराया जाएगा। साथ ही निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को समय से पाने वाले और बेहतर कार्य करने वाले एआरपी, एसआरजी व डायट मेंटर को दूसरे राज्यों में शैक्षिक भ्रमण पर ले जाया जाएगा।