जुलाई में 75% उपस्थिति दर्ज न होने पर पूरे स्कूल कर्मी का रुकेगा वेतन
बहराइच, । बेसिक स्कूलों में छात्र उपस्थिति को लेकर शिक्षक कतई गंभीर नहीं दिख रहे हैं। पोर्टल पर दर्ज उपस्थिति की समीक्षा ने लापरवाही उजागर हुई है। लगभग तीन हजार के करीब ऐसे विद्यालय पाए गए हैं, जहां बच्चों की उपस्थिति 75 फीसद से कम पाई गई है। बच्चों की पढ़ाई संग सीएम डैशबोर्ड की रैकिंग गिरने को लेकर बीएसए सख्त हुए हैं।
चिन्हित किए गए विद्यालयों के प्रधान शिक्षकों को नोटिस थमाई गई है। जुलाई में 75 फीसद से कम उपस्थिति पर पूरे स्कूल कर्मी का वेतन बाधित करने के साथ शासन को कार्रवाई की संस्तुति की चेतावनी दी
गई है। जिले में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद विद्यालयों में पढ़ाई शुरू हुए 18 दिन बीत गए हैं। निजी स्कूलों में बच्चों के दाखिले को लेकर होड़ मच रही है तो बेसिक स्कूलों में दाखिला तो दूर बच्चे पढ़ने भी नहीं आ रहे हैं। लिहाजा विद्यालयों में उपस्थिति का आंकड़ा तेजी से नीचे गिर रहा है। इसका खुलासा विद्यालयों के अध्यापकों द्वारा आईवीआरएस प्रणाली के माध्यम से प्रेषित छात्र उपस्थिति की समीक्षा में हुआ है। 2960 ऐसे विद्यालय सामने आए हैं, जहां छात्र उपस्थिति 70 का भी आंकड़ा छू नहीं सकी है। इनमें नगर क्षेत्र के 26, बलहा के 223, चित्तौरा के 232, हुजूरपुर के 201, जरवल के 194, कैसरगंज के 193, महसी के 192, मिहीपुरवा के 269, नवाबगंज
के 183, पयागपुर के 190, फखरपुर के 211, रिसिया के 253, शिवपुर के 199,। तजवापुर के 211 एवं विशेश्वरगंज के 183 समेत कुल 2960 विद्यालय शामिल हैं। यह हाल तब है जब 16 जून को ही सरकारी स्कूल खोल दिए गए थे। प्रधान शिक्षकों को गांवों में घूमकर संवाद के जरिए बच्चों के नामांकन को बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे।
सार्थक परिणाम सामने न आने पर इन विद्यालयों के प्रधान शिक्षकों को नोटिस भेजी गई है। जुलाई अंत तक निर्धारित मानक के अनुसार छात्र उपस्थिति दर्ज कराना होगा है। ऐसा न करने पर संबंधित प्रधान शिक्षकों का वेतन बाधित किया जाएगा। विभागीय कार्रवाई के लिए भी शासन को पत्र भेजा जाएगा।
जिले के 2960 ऐसे विद्यालय सामने आए हैं, जहां की छात्र उपस्थिति निर्धारित मानक से कम पाई गई है। इन प्रधानशिक्षकों को समय-समय पर निर्देश भी दिए गए हैं। नोटिस का जवाब मिलने के बाद आगे कदम उठाएंगे।
आशीष कुमार सिंह, बीएसए, बहराइच