प्रयागराज,। अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ की केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की दो दिनी बैठक का समापन रविवार को ट्रिपलआईटी झलवा में हुआ। समापन पर मिसलेनियस शिक्षकों (खेल, संगीत, कला, लाइब्रेरियन आदि) की पदोन्नति के रास्ते बंद होने पर चर्चा हुई। संगठन ने अपने स्तर से पदोन्नति की संभावनाओं के लिए ड्राफ्ट बनाने और स्क्रीनिंग के लिए दो अलग-अलग कमेटियां गठित कीं, जिसकी सिफारिश के आधार पर केंद्रीय विद्यालय संगठन और शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से वार्ता करने का निर्णय लिया गया।
इसके अलावा स्कूलों में बिना किसी ठोस वजह के छुट्टी होने के बाद दो-ढाई घंटे तक शिक्षकों को रोकने पर नाराजगी जताई गई। शिक्षकों का कहना है कि 1:40 बजे छुट्टी होने के बाद हाजिरी रजिस्टर हटाकर चार बजे तक बैठक या किसी न किसी बहाने से प्रधानाचार्य रोकते हैं जो उचित नहीं है। विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के दौरान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएल त्रिपाठी और राष्ट्रीय महासचिव केपी सिंह ने विश्वास दिलाया कि केंद्रीय कार्यकारी समिति की बैठक में पारित प्रस्ताव से केंद्रीय विद्यालय संगठन के उच्च पदाधिकारियों को न सिर्फ अवगत कराएंगे, बल्कि शिक्षकों से जुड़ी हुई उचित और जायज मांगों को मनवाने का हर संभव प्रयास करेंगे। जम्मू कश्मीर तथा पूर्वोत्तर के संभागों में शिक्षक संघ की इकाइयों को सुदृढ़ करने तथा प्रोन्नति व पदोन्नति के मामलों में विसंगतियों को दूर करने पर भी चर्चा हुई। स्वागत वाराणसी संभाग के महासचिव नीरज राय व धन्यवाद ज्ञापन वाराणसी संभाग के अध्यक्ष रूपेश सिंह ने ज्ञापित किया।