16 August 2025

यूपी के 11 जिलों में बाढ़, कानपुर से लेकर झांसी-हरदोई के कई गांव चपेट में,

 




इस माह मानसून ने यूपी में रौद्र रूप धारण कर लिया है। उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में बाढ़ के हालात हैं। भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। कानपुर मंडल में गंगा और उसकी सहायक नदियों ने खतरे का निशान पार कर लिया है, जिससे स्थिति विकराल हो गई है। फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। इससे 250 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इस बीच, झांसी और हरदोई में बाढ़ के पानी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई है।

रोहिन 24 घंटे में डेढ़ मीटर बढ़ी, सरयू हो रही शांत

गोरखपुर-बस्ती मंडल को बाढ़ के लिहाज से प्रभावित करने वाली प्रमुख तीन नदियों में से रोहिन की रफ्तार काफी तेज है। पिछले 24 घंटे में रोहिन डेढ़ मीटर तक बढ़ी। राप्ती में कमी दर्ज की गई। वहीं, तुर्तीपार में सरयू खतरे के निशान से और नीचे आ गई है। वहीं बड़हलगंज क्षेत्र में सरयू का जलस्तर कम होने से बगहा में कटान तेज हो गई है। ग्रामीण सड़क पर शरण लिए हुए हैं। प्रशासन की तरफ से सुरक्षात्मक इंतजाम किए जा रहे हैं।

केन्द्रीय जल आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, सरयू नदी अयोध्या में पिछले 24 घंटे में 14 सेंटीमीटर बढ़ी है। वहीं तुर्तीपार में 74 सेंटीमीटर कम हुई है। इससे बड़हलगंज से लेकर बरहज क्षेत्र में लोगों को राहत मिली है। दोनों स्थानों पर सरयू खतरे के निशान से नीचे बह रही है। राप्ती नदी बर्डघाट में पिछले 24 घंटे में 24 सेंटीमीटर बढ़ी हुई है। रोहिन नदी का जलस्तर पर पिछले 24 घंटे में काफी अधिक बढ़ा है। त्रिमुहानी घाट पर रोहिन के जलस्तर में 24 सेंटीमीटर की डेढ़ मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

खुले नालों पर दूसरे दिन भी रखे गए स्लैब

गोरखपुर के इलाहीबाग में खुले नाले में गिरकर आठ साल की आफरीन की मौत के बाद जागा निगम लगातार दूसरे दिन भी सक्रिय रहा। खुले मैनहोल, क्षतिग्रस्त सड़कों और अधूरे नालों के स्लैब से ढकने का अभियान चला। जहां स्लैब रखने के लिए तैयार नहीं थे, वहां बैरिकेडिंग और सुरक्षा पट्टिका लगाई गई ताकि जलभराव की स्थिति में किसी प्रकार की जनहानि न हो। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र ने बताया कि बन चुके नालों पर स्लैब रखने और निर्माणाधीन नालों पर सुरक्षा पट्टी एवं चेतावनी पट्ट गुरुवार को भी लगाया गया