झांसी। बंगरा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय के औचक निरीक्षण में सहायक अध्यापिका दीप्ति पाल मोबाइल चलाते और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे आपस में बातचीत करते मिले। बच्चों से खंड शिक्षा अधिकारी ने किताब पढ़वाई पर बच्चे हिंदी तक नहीं पढ़ पाए। ब्लैक बोर्ड भी खाली मिला। सहायक अध्यापिका ने बच्चों की कॉपियां जांची न ही होमवर्क दिया था। एबीएसए की रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने सहायक अध्यापिका को निलंबित कर दिया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विपुल सिंह सागर ने बताया कि बंगरा ब्लॉक के बसारी में कंपोजिट विद्यालय में इंचार्ज प्रधानाध्यापक अमित सिंह हैं। ग्रामीणों ने स्कूल में होने वाली लापरवाही की शिकायत की। इस पर खंड शिक्षाधिकारी ने 28 जुलाई को निरीक्षण किया था। निरीक्षण में इंचार्ज प्रधानाध्यापक पीसीएस की परीक्षा ड्यूटी में तैनात थे। कक्षा 7 में सहायक अध्यापिका दीप्ति पाल मिलीं। वह कक्षा में मोबाइल में व्यस्त थीं और ब्लैक बोर्ड भी खाली पाया गया। उन्होंने निपुण ऐप भी डाउनलोड नहीं किया था। शिक्षक डायरी भी एक माह से भरी नहीं पाई गई। कक्षा में 49 बच्चों का नामांकन है, लेकिन मौके पर सिर्फ 23 विद्यार्थी ही उपस्थित मिले। इससे स्पष्ट हुआ कि स्कूल चलो अभियान में सिर्फ खानापूर्ति की गई। बच्चे शुद्ध हिंदी तक नहीं पढ़ पाए। साथ ही बच्चों को मिलने वाला होमवर्क की भी कॉपी जांची नहीं मिलीं।
टीएलएम की राशि का भी किया दुरुपयोग
टीचिंग और लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) की धनराशि शासन से प्रत्येक विद्यालय को आवंटित की जाती है। इसमें पाठ्यपुस्तकें, दृश्य सामग्री, डिजिटल उपकरण और व्यावहारिक सामग्री शामिल करनी होती हैं। टीएलएम की धनराशि का भी ब्योरा नहीं दे सकीं।शिक्षाधिकारी ने बताया कि ग्रामवासियों ने बताया कि सहायक अध्यापिका मोबाइल में व्यस्त रहतीं हैं या फिर सोती रहतीं हैं। खंड शिक्षाधिकारी मोठ वेद प्रकाश सिंह की रिपोर्ट पर सहायक अध्यापिका को निलंबित कर दिया गया।