मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार सीएम पोषण मिशन नामक एक नई योजना लागू करने जा रही है। इस योजना के तहत प्री-प्राइमरी शिक्षा के लिए चल रही बाल वाटिकाओं और आंगनबाड़ी केंद्रों को जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस मिशन को सफल बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विधान भवन के समक्ष आयोजित समारोह में ध्वजारोहण करने के बाद जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने घोषणा की कि हर जिले में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति में इंप्लायमेंट जोन स्थापित किए जाएंगे। यह इंप्लायमेंट जोन लगभग 100 एकड़ में फैले होंगे, जहां युवाओं को औद्योगिक कार्यों से संबंधित तकनीक और कौशल विकास की विभिन्न गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। लखनऊ में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की स्मृति में एक स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण किया जा रहा है, जिसे इस वर्ष पूरा किया जाएगा। इस केंद्र के माध्यम से बाबा साहेब के जीवन पर नए शोध को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष छात्रवृत्ति योजना भी शुरू की जाएगी। कहा कि
विद्यालय नहीं जाना पड़े। इसके लिए, 50 बेसिक शिक्षा में कोई भी विद्यालय बंद नहीं होगा। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया कि एक किलोमीटर से अधिक की दूरी पर किसी भी बच्चे को से कम बच्चों वाले विद्यालयों के बच्चों को 50 से अधिक बच्चों वाले विद्यालयों से जोड़ा जाएगा, ताकि शिक्षक-छात्र अनुपात को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि हर विद्यालय में न्यूनतम तीन शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि स्कूलों के विलय के बाद जो विद्यालय खाली रहेंगे, उन्हें प्री-प्राइमरी शिक्षा केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। इन केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को सीएम पोषण मिशन के तहत जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किए गए प्रयासों का भविष्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के लिए एक बड़ा एलान किया, जिसमें कहा गया कि प्रदेश में महिलाओं की भागीदारी विभिन्न क्षेत्रों में 14 प्रतिशत से बढ़कर 35 प्रतिशत तक पहुंच गई है, और इसे आने वाले समय में 50 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है।