बेसिक शिक्षा विभाग ने दागी खंड शिक्षाधिकारियों (BEO) की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। इनके खिलाफ आई शिकायतों, कार्रवाइयों का ब्योरा तलब किया है, जिससे इसके आधार पर इनका भविष्य तय किया जा सकेगा। बीईओ का प्रमोशन भी इन शिकायतों की स्थिति पर निर्भर करेगा। निदेशालय ने सभी मंडलीय शिक्षाधिकारियों एवं बीएसए को अपने यहां तैनात बीईओ पर प्रचलित जांच का विवरण भेजने को कहा गया है।
जिलों में बड़े पैमाने पर भर्ती, वेतन अनियमितता, शिक्षकों की शिकायतों के आधार पर कई जगहों पर बीईओ के खिलाफ जांचें शुरू की गई है। इसमें कुछ जांचें लंबित स्थिति में है, वहीं, कुछ जगहों पर जांचें पूरी कर कार्रवाई संस्तुति की गई है। शासन ने बीईओ के प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए अधिकारियों के पिछले रेकॉर्ड की की
जांच अनिवार्य रूप से की जाती है। इस कड़ी में 286 बीईओ की सूची निदेशालय ने जिलों को भेजी है। सूची के साथ यह भी निर्देश दिया गया है कि इन सभी अधिकारियों की सर्विस बुक सहित अन्य दस्तावेज का सत्यापन किया जाए। साथ ही यह भी बताया जाए कि इनके खिलाफ क्या कोई कार्रवाई चल रही है या इनको कोई दंड दिया गया है। अभियोजन स्वीकृति या सतर्कता जांच से प्रभावित बीईओ का भी ब्योरा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए है।