फिरोजाबाद, परिषदीय स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति लगाई जा रही है। जिसको लेकर शिक्षकों में विरोध के स्वर फूटने लगे हैं। शनिवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षक जिला मुख्यालय पर एकजुट हुए। सभी ने मुख्यमंत्री और बेसिक शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। उन्होंने नारेबाजी करते हुए एक स्वर में कहा कि विभागीय अधिकारियों की तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाध्यक्ष यतेंद्र यादव ने कहा कि विभागीय अधिकारियों द्वारा परिषदीय स्कूलों के छात्रों की आनॅलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए अनुचित दवाब डाला जा रहा है। ऐसा नहीं किए जाने पर वेतन रोकने की चेतावनी दी जा रही है।
जबकि कुछ माह पूर्व ही शिक्षकों ने आंदोलन कर विभागीय अधिकारियों को इस संदर्भ में आ रही समस्याओं से अवगत कराया था। तब मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए उच्चाधिकारियों को इन समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद तत्कालीन मुख्य सचिव की अध्यक्षता में शासन एवं विभाग के अधिकारियों और संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समस्याओं का समाधान किए जाने का आश्वासन देते हुए ऑनलाइन उपस्थिति पर रोक लगाई थी। विभागीय अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने का दवाब डाला जा रहा था। इससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है। जिससे पठन-पाठन पर भी कुठाराघात प्रतीत होता दिखाई दे रहा है। इसलिए ऑनलाइन उपस्थिति को मानवीय आधार एवं अव्यवहारिक मानते हुए इस आदेश को वापस लिया जाए। अन्य वक्ताओं ने कहा कि इस तानाशाही रवैया को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के शिव मोहन सिंह, आनंद श्रोतिय, आदेश यादव, राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रेमप्रकाश कुशवाह ने भी शिक्षकों को अपना समर्थन प्रदान किया। मौके पर जिला संरक्षक भानुप्रताप सिंह, जिला मंत्री सलिल यादव, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष डॉ. उमाशंकर धनगर, जिला संयुक्त मंत्री राघवेंद्र सिंह जादौन, जिला कोषाध्यक्ष प्रमोद कुमार, जिला उपाध्यक्ष महिला सविता वर्मा, जिला उपाध्यक्ष चन्द्रशेखर, जिला संगठन मंत्री जीतपाल आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

