11 November 2025

साढ़े पांच लाख बांटे फॉर्म, कई बीएलओ को प्रपत्र का इंतजार

  विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) के वितरण शुरू हुए छह दिन हो गए हैं और अब तक तमाम बीएलओ प्रपत्र का इंतजार कर रहे हैं। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में अब तक महज साढ़े पांच लाख प्रपत्रों का ही वितरण हो सका है। इसे लेकर अब मतदाताओं में चिंता बढ़ रही है।



इलाहाबाद उत्तरी विधानसभा की बात करें तो बैरहना, सोहबतियाबाग, मधवापुर, जार्जटाउन, टैगोर टाउन, अल्लापुर के पोलिंग बूथों पर तैनात बीएलओ का कहना है कि अब तक उन्हें प्रपत्र नहीं दिया जा सका है। इन बूथों पर मतदाता पहुंचे और उन्होंने बीएलओ का नंबर लिया, जिसमें सभी ने यह पूछा कि उन्हें कौन-कौन से दस्तावेज देने होंगे। अगर अभिभावक 2003 के वोटर हैं तो उनका क्या दस्तावेज देना होगा। जिस पर बीएलओ ने बताया कि अब तक उन्हें प्रपत्र नहीं मिला है।


किसी ने बताया कि उसे मंगलवार को प्रपत्र देने के लिए बुलाया है तो किसी ने बुधवार और गुरुवार को। अफसरों का कहना है कि अब तक साढ़े पांच लाख से अधिक प्रपत्र बंट चुके हैं। शेष पर काम चल रहा है। जहां पर प्रपत्र बंटे हैं, वहां पर सबसे बड़ी समस्या घरों की तलाश की आ रही है। इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के एक बीएलओ ने बताया कि मकान नंबर पुराने हैं जो एक सीरियल में नहीं है। ऐसे में एक गली में दूसरा मकान मिल ही नहीं रहा है और तमाम जगह मतदाता की तलाश करना मुश्किल हो रहा है।


एक बूथ पर होगा एक परिवार

अब तक की इस समस्या के कारण ही एसआईआर कराया जा रहा है। निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि समस्या रहती थी कि एक परिवार और अगल बगल के मकान में रहने वाले दूसरे बूथ और भाग में हो जाते थे। इस बार आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि एक ही भाग और एक ही बूथ में एक जगह रहने वाले लोग रहें। जिससे अब सुधार होगा।


बीएलओ की सूची दें राजनीतिक दल : डीएम

जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सोमवार को संगम सभागार में सभी राष्ट्रीय व राज्यीय मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर एसआईआर में सहयोग के लिए उनके बीएलओ की सूची मांगी है। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों के बीएलओ को फॉर्म जमा करने की अनुमति सशर्त दी है। चार दिसंबर तक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के बीएलओ एक बार में 50 और इसके बाद अधिकतम 10 फॉर्म जमा कर सकते हैं। इस दौरान उप निर्वाचन अधिकारी पूजा मिश्रा व सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।