18 December 2025

29-30 जनवरी को टीईटी चुनौती. परानी भर्तियां पूरी होने की उम्मीद

 प्रयागराजः शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के आयोजन की जिम्मेदारी पहली बार उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को मिली है।

इस परीक्षा का आयोजन प्रस्तावित तिथि 29-30 जनवरी को कराना नए अध्यक्ष प्रशांत कुमार के लिए बड़ी चुनौती होगी। परीक्षा के लिए आवेदन लिए जाने और परीक्षा आयोजन की तैयारी के लिए समय कम होने के कारण इसके स्थगित किए जाने की संभावना ज्यादा है। इसके अलावा तिथि घोषित कर पांच बार स्थगित की जा चुकी है। वर्ष 2022 की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) की कुल 4163 पदों की भर्ती परीक्षा का आयोजन तथा एडेड महाविद्यालय की 910 पदों की

असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया जल्द पूर्ण होने की अभ्यर्थियों की उम्मीद बढ़ गई है। इसकी लिखित परीक्षा कराई जा चुकी है।

इस आयोग का गठन बेसिक शिक्षक, एडेड माध्यमिक, एडेड महाविद्यालय, तकनीकी शिक्षण संस्थान, अटल आवासीय विद्यालय तथा अल्पसंख्यक संस्थानों में शिक्षक भर्तियां करने के लिए वर्ष 2023 में किया गया था। आयोग की पहली पूर्णकालिक अध्यक्ष रही प्रो. कीर्ति पाण्डेय नई भर्तियां का विज्ञापन जारी करना तो दूर, अपने एक वर्ष के

कार्यकाल में वर्ष 2022 में लिए गए टीजीटी-पीजीटी के आवेदनों के क्रम में परीक्षा नहीं करा सकीं। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर पदों की भर्ती भी पूरी नहीं करा सकीं। इसकी लिखित परीक्षा तो हुई, लेकिन विवादों में उलझ गई। ऐसे में नए अध्यक्ष पर इन भर्तियों को जल्द पूरी करने का दबाव तो रहेगा ही, साथ ही नई शिक्षक भर्ती की राह देख रहे प्रतियोगियों की उम्मीदों को भी विज्ञापन जारी कर पूर्ण करना होगा।


नई भर्ती को अधियाचन आनलाइन लिया जाना है, लेकिन ई

अधियाचन पोर्टल तैयार नहीं होने से शिक्षा आयोग को अधियाचन नहीं मिल सका है। ई-अधियाचन पोर्टल के इंतजार में माध्यमिक और महाविद्यालयों को मिलाकर करीब 30,000 शिक्षक पदों का अधियाचन तैयार है। इसके अलावा टीईटी के आयोजन की तिथि पूर्व अध्यक्ष ने घोषित तो किया था, लेकिन परीक्षा आयोजित नहीं हो सकी। इस परीक्षा के आयोजन या स्थगन पर नए अध्यक्ष को निर्णय लेकर स्थिति स्पष्ट करनी होगी, ताकि प्रतियोगियों का असमंजस दूर हो सके। बेसिक, अटल आवासीय, अल्पसंख्यक संस्थानों में शिक्षक भर्ती के लिए विभागों द्वारा नियमावली तैयार नहीं होने से इसकी शिक्षक भर्तियों का विलंबित होना तय है।