शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का आयोजन पहली बार उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को करना है। परीक्षा आयोजन की तिथि 29–30 जनवरी को प्रस्तावित है, लेकिन यह तय समय में हो पाएगी या नहीं, अभी अनिश्चित है। 19 दिसंबर को अध्यक्ष पदभार संभालने के साथ डॉ. प्रशांत कुमार ने कहा कि आयोग के सदस्यों व अधिकारियों के साथ मंगलवार को प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा। परीक्षा कराने का निर्णय लिए जाने पर लगभग एक महीने का समय रह जाने पर तैयारी पूरी करना आसान नहीं होगा। इस बीच 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक आयोग में शीतकालीन अवकाश भी प्रस्तावित है। ऐसे में परीक्षा आयोजन कठिन होगा।
परीक्षा आयोजन के लिए सबसे पहले पाठ्यक्रम व विषयवार प्रश्नों का निर्धारण करना होगा। इसके बाद एजेंसी चयन, प्रश्नपत्रों की छपाई, ट्रांसपोर्टेशन, गोपनीयता सहित अन्य व्यवस्थाओं में समय लगेगा। परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी। चार वर्ष से टीईटी का आयोजन नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के इसमें शामिल होने की संभावना है। इसके अलावा बेसिक शिक्षा परिषद में बिना टीईटी के नियुक्त शिक्षक भी इसमें सम्मिलित हो सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने दो साल के भीतर टीईटी आयोजित होने का निर्देश दिया है, जिसके अनुपालन में सरकार ने इन परीक्षाओं की तैयारी शुरू की है, लेकिन अभी तिथि पर अंतिम निर्णय नहीं हो सका है।
अध्यक्ष की प्राथमिकता में है, इसलिए प्रश्नपत्रों की गोपनीयता और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। इस तरह परीक्षा आयोजन की तैयारी लगभग एक महीने में पूर्ण करना चुनौतीपूर्ण होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि आयोग की बैठक में परीक्षा स्थगित करने पर निर्णय लिया जा सकता है।

