अपने ही पेंशन में रुकावट बन रहे 66 हजार कर्मचारी , जानें कैसे


गोरखपुर। अपने नामित (Nominee) की घोषणा न कर बुढ़ापे की लाठी पेंशन की राह में 65809 कर्मचारी खुद रोड़ा बने हुए हैं। ये सभी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन गोरखपुर (ईपीएफओ) परिक्षेत्र के हैं। जबकि ईपीएफओ अपने कर्मचारियों को ई-नामिनेशन के जरिए पोर्टल पर जाकर नामित की घोषणा करने की सुविधा दे रखा है।


आजादी के अमृत महोत्‍सव में शुरू हुआ ई नामिनेशन अभियान

आजादी के अमृत महोत्सव पर ईपीएफओ ने ई-नामिनेशन का अभियान शुरू किया, ताकि सदस्यों के न रहने पर उनके परिजनों को कोई परेशानी न हो और पेंशन समेत सभी देयकों का लाभ आसानी से उन्हें उपलब्ध हो जाए। लेकिन कर्मचारियों व नियोक्ता की शिथिलता के कारण अधिकांश के खाते बिना नामित के संचालित हो रहे हैं।

4406 खाता धारकों ने ही कराया है ई-नामिनेशन

वर्तमान में ईपीएफओ गोरखपुर परिक्षेत्र के बारह जनपदों में कुल 70215 खाते क्रियाशील हैं। इनमें से अभी तक महज 4406 खाता धारकों ने ही ई-नामिनेशन के जरिए अपने नामित की घोषणा की है। इसको लेकर ईपीएफओ जागरूकता अभियान भी चला रहा है। फिलहाल सरकार ने नामित की घोषणा के लिए 30 दिसंबर तक की तिथि निर्धारित की है।

नामित की घोषणा किए बगैर नहीं मिलेंगे यह लाभ

-अंशधारक की असमय मौत होने पर नहीं होगा स्वजन को उनके देयकों का भुगतान

-पेंशन व बीमा की सात लाख रुपये की राशि का नहीं होगा भुगतान

-अंशधारक बिना ई-नामिनेशन के पेंशन दावों के निस्तारण के आनलाइन सुविधा का लाभ नहीं उठा सकते

गोरखपुर परिक्षेत्र में हैं ये जिले

ईपीएफओ गोरखपुर परिक्षेत्र के तहत बलिया, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा और बस्ती जिले आते हैं।

नामित की घोषणा के लिए चलाया जा रहा अभियान

आयुक्‍त कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन अभयानंद तिवारी ने बताया कि अंशधारकों को अपने नामित की घोषणा करने के लिए ईपीएफओ लगातार अभियान चला रहा है। गोष्ठी व सेमीनार का आयोजन कर भी संस्थाओं व अंशधारकों को जागरूक कर रहा है, ताकि वह जल्द से जल्द ई-नामिनेशन के जरिए अपने नामित की घोषणा कर सकें।