मान लें प्रधानाचार्य बन गए, विद्यालय के विकास को क्या करेंगे?

प्रयागराज : हाई कोर्ट के दबाव में ही सही, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने वर्ष 2013 की प्रधानाचार्य भर्ती के लिए सोमवार से साक्षात्कार शुरू कर दिया। साक्षात्कार बोर्ड ने इतिहास विषय के एक अभ्यर्थी से प्रश्न किया- मान लीजिए आप प्रधानाचार्य बन गए तो विद्यालय के विकास के लिए क्या-क्या करेंगे? सिंघु घाटी की सभ्यता के बारे में क्या कहेंगे? नई शिक्षा नीति का फार्मेट क्या है और उसके प्रमुख बिंदु बताइए? स्वतंत्रता आंदोलन पर रोशनी डालिए। बोर्ड ने ज्यादातर अभ्यर्थियों को विषय केंद्रित प्रश्नों पर उलझाया।




 चयन बोर्ड अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में 632 पदों के लिए साक्षात्कार करा रहा है। चयन बोर्ड में पहले दिन कानपुर मंडल के लिए साक्षात्कार हुआ। सुबह आठ बजे से एक बजे तक इंटर मीडिएट के लिए रिपोर्टिंग समय था, दूसरी पाली में हाईस्कूल के लिए प्रधानाचार्य अभ्यर्थियों की रिपोर्टिंग का समय एक बजे से निर्धारित था। अभ्यर्थियों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच के बाद स्लिप जेनरेट की गई। इसके उपरांत बोर्ड सदस्यों ने साक्षात्कार प्रक्रिया पूरी की। साक्षात्कार के लिए अधियाचित विद्यालयों के दो वरिष्ठतम शिक्षकों सहित 350 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। कुछ विद्यालयों से दो शिक्षक नहीं मिले। मंगलवार को देवीपाटन मंडल के लिए साक्षात्कार कराया जाएगा। प्रतिदिन साक्षात्कार में शामिल होने के लिए 350 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार पत्र जारी किया गया है। चयन बोर्ड के सचिव नवल किशोर ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे से साक्षात्कार शुरू हुआ। सभी 18 मंडल के लिए कुल 3824 अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर साक्षात्कार के लिए बुलावा पत्र जारी किया गया है। साक्षात्कार 30 मार्च तक पूरा करा लिया जाएगा। देर शाम तक साक्षात्कार संपन्न कराया गया।