नए-पुराने पाठ्यक्रम की एक साथ परीक्षा

24 मार्च से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की परीक्षा में पहली बार नए और पुराने पाठ्यक्रम का पेपर एकसाथ होगा। छात्र-छात्राओं की सहूलियत के लिए 10वीं-12वीं अंग्रेजी और इंटर कॉमर्स में नए और पुराने पैटर्न पर अलग-अलग पेपर बनाया गया है। यूपी बोर्ड ने पिछले साल कोरोनाकाल में बिना परीक्षा कराए हाईस्कूल और इंटर का परिणाम घोषित किया था।


परिणाम से असंतुष्ट छात्रों की मांग पर बोर्ड ने दोबारा मौका देते हुए अंकसुधार परीक्षा कराई लेकिन उसमें भी काफी छात्र छूट गए। उसके बाद शासन ने अंकसुधार परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को छोड़कर वर्ष 2021 की बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत छात्रों को एक बार फिर 2022 की परीक्षा में नि:शुल्क बैठने का मौका दिया है। इन्हें 2021 का ही प्रमाणपत्र-सह-अंकपत्र दिया जाएगा।

बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 से हाईस्कूल और इंटर अंग्रेजी जबकि इंटर कॉमर्स में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया था। नए पाठ्यक्रम के आधार पर 2022 में पहली बार 10वीं-12वीं अंग्रेजी और 12वीं कॉमर्स की परीक्षा होने जा रही है। लेकिन 2021 की बोर्ड परीक्षा के लिए पुराने पाठ्यक्रम के आधार पर पंजीकृत छात्र-छात्राओं ने भी इस बार पंजीकरण कराया है।

लिहाजा नए और पुराने पाठ्यक्रम के आधार पर अलग-अलग पेपर बनाया गया है। सूत्रों के अनुसार हाईस्कूल और इंटर अंग्रेजी में 30 हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने पुराने पाठ्यक्रम के आधार पर पंजीकरण कराया है जबकि इंटर कॉमर्स के लगभग 900 छात्र ऐसे हैं जो पुराने कोर्स पर परीक्षा देंगे।