प्रत्येक परिषदीय विद्यालयों, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में 'हमारे शिक्षक बोर्ड' लगवाया जाएगा। इस पर अध्यापक की फोटो, शैक्षिक योग्यता, प्रशिक्षण योग्यता, मानव सम्पदा आईडी व अन्य गतिविधियों का विवरण अंकित किया जाएगा। यह भी उल्लेख होगा कि शिक्षक की नियुक्ति विद्यालय में कब हुई। यदि उन्हें किसी तरह का पुरस्कार मिला है तो भी लिखा जाएगा। प्रमुख सचिव शासन की तरफ से इस संबंध में सभी बीएसए को पत्र भेजा गया है।
प्रयागराज के बीएसए बोले- शिक्षकों का बढ़ेगा गौरव : प्रयागराज के बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि ऐसा बोर्ड लगने से शिक्षकों का गौरव बढ़ेगा। स्थानीय लोग भी उन्हें लेकर सकारात्मक विचार रखेंगे। इस कार्य के लिए प्रत्येक विद्यालय को एक बोर्ड लगाने के लिए 500 रुपये अनुमन्य है। संबंधित विद्यालय कंपोजिट ग्रांट मद व केजीबीवी मेंटेंनेंस ग्रांट से धन लेंगे।
एक बोर्ड पर अधिकतम छह शिक्षकों का होगा विवरण : बीएसए प्रवीण कुमार ने बताया कि यह बोर्ड 25 गुणे 4 फीट के लकड़ी, लोहे के एंगल व फ्लैक्स शीट पर बनवाया जाएगा। प्रत्येक शिक्षक की फोटो 3 गुणे 4 साइज की होगी। एक बोर्ड पर अधिकतम छह शिक्षकों का विवरण अंकित होगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड ऐसे स्थान पर लगाए जाएं जहां से सभी की नजर पड़े। शिक्षकों की प्रोन्नति या अन्य उपलब्धि हासिल होने पर बोर्ड में उसे अंकित भी जाएगा। विभागीय अधिकारी, जनपदीय टास्क फोर्स, ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स व अकादमिक रिसोर्स पर्सन द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण और सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के दौरान इस बोर्ड का अवलाेकन भी जरूर किया जाएगा।
विद्यालय बनेंगे सामाजिक चेतना केंद्र : बीएसए ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों को सामाजिक चेतना केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसमें विद्यालय के साथ सामुदायिक सहभागिता तथा बच्चों में बुनियादी अधिगम सुनिश्चित करने की अपेक्षा की गई है। इसके लिए शिक्षकों का दायित्व निरंतर बढ़ रहा है। विद्यालय का शैक्षिक वातावरण भी समृद्ध बनाया जा रहा है। समय समय पर कार्यक्रम आयोजित करना व पुस्तकालयों की स्थापना आदि इसी का हिस्सा है। शिक्षकों और अभिभावकों की बैठक भी अनिवार्य रूप से की जानी है।