खामी : ऊंची पेंशन के आवेदन ईपीएफओ पोर्टल पर अटके


कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की वेबसाइट पर ऊंची पेंशन के लिए आवेदन जमा नहीं हो पा रहे हैं। नियोक्ता के साथ संयुक्त रूप से आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 जून है लेकिन पोर्टल पर कई तरह की तकनीकी दिक्कतें देखने को मिल रही हैं, जिससे पेंशन के आवेदकों और नियोक्ताओं को जूझना पड़ा रहा है। कई ईपीएफओ सदस्यों ने संगठन के ट्विटर हैंडल पर इसकी शिकायतें की हैं।

विवरण में संशोधन नहीं कर पा रहे विशेषज्ञों के अनुसार, नियोक्ताओं और कर्मचारियों को ईपीएफओ पोर्टल पर कर्मचारी के विवरण को अपेडट करने की अनुमति दी गई थी लेकिन ऐसा सुधार केवल ईपीएफओ के माध्यम से ही संभव है। इसमें दो महीने से अधिक समय लगता है और प्रक्रिया धीमी हो जाती है। ईपीएफओ के पोर्टल पर आवेदनकर्ता और नियोक्ता के विवरण को बदले बिना ऊंची पेंशन के लिए आवेदन दाखिल नहीं किया जा सकता है।

पिछला वेतन रिकॉर्ड भी नहीं जुड़ पा रहा

आवेदन प्रक्रिया के दौरान एक बड़ी समस्या यह भी आ रही है कि यदि सितंबर 2014 के बाद किसी ने नौकरी बदली है और उसका वेतन 15,000 रुपये के वास्तविक मूल वेतन से ऊपर है, तो पोर्टल पर सितंबर 2014 से पहले के वेतन रिकॉर्ड वर्तमान यूएएन के साथ जोड़ा नहीं जा रहा है।

26 जून है नियोक्ता के साथ संयुक्त रूप से आवेदन करने की अंतिम तिथि


सदस्यों ने समय सीमा बढ़ाने की मांग उठाई

विशेषज्ञों का कहना है कि पोर्टल की गड़बड़ियों के चलते ईपीएफओ पर आवेदन की समयसीमा बढ़ाने का दबाव बना हुआ है। कर्मचारी समयसीमा बढ़ाने की मांगकर रहे हैं। इसके अलावा कर्मचारियों और नियोक्ताओं में अब भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है, जिसे दूर किया जाना अभी बाकी है। गौरतलब है कि इससे पहले ईपीएफओ दो बार समय सीमा बढ़ा चुका है। पिछली बार इसे बढ़ाकर 26 जून 2023 तक किया गया था।

ट्विटर पर शिकायतों का अंबार लगा

कई ईपीएफओ सदस्यों ने ट्विटर पर उन मुद्दों को उठाया है, जिनका उन्हें ज्यादा पेंशन आवेदन जमा करते समय सामना करना पड़ रहा है। कई सदस्यों ने ट्वीट किया कि यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) और आधार कार्ड में सभी विवरण सही होने के बावजूद वे आवेदन जमा नहीं कर पा रहे हैं। बार-बार तकनीकी गड़बड़ी का संदेश वेबसाइट पर आ रहा है। उन्होंने इसका स्क्रीनशॉट भी संगठन को भेजा है।

इस पर संशय बरकरार
विशेषज्ञों के अनुसार, ईपीएफओ सदस्य अभी भी पंजीकरण की सटीक प्रक्रिया के बारे में स्पष्ट नहीं हैं। बहुत से कर्मचारी यह नहीं जान पा रहे हैं कि पेंशन की गणना और भुगतान कैसे किया जाएगा। ईपीएफओ स्तर पर रखे गए वेतन रिकॉर्ड और नियोक्ता स्तर पर रखे गए वेतन रिकॉर्ड के बीच विसंगतियों को कैसे हल किया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि ईपीएफओ जल्द ही उचित स्पष्टीकरण जारी कर सकता है।