विद्यालय में निगरानी व्यवस्था की खुली पोल, अफसरों के उड़े होश, छठवीं की छात्रा संदिग्ध परिस्थितियों में हुई लापता


शेरगढ़ (बरेली) । कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से छठवीं कक्षा की छात्रा के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने की घटना से शिक्षाधिकारियों के होश उड़े रहे। इसी के साथ ही बालिका विद्यालय में निगरानी व्यवस्था की भी पोल खुल गई।



लोगों में इस बात की चर्चा होती रही कि छात्रा आखिर उसी समय लापता क्यों हुई, जब विद्यालय के कैमरे बंद थे। शिक्षा विभाग के अफसरों के निरीक्षण में अभी तक ये बात सामने क्यों नहीं आई कि विद्यालय में बिजली जाने पर कैमरे बंद हो जाते हैं।





गेट पर चौकीदार कक्ष के पास नहीं है कैमरा : वार्डन रेखा शर्मा ने बताया कि विद्यालय में चार सीसीटीवी कैमरे हैं। एक मुख्य द्वार पर, एक सीढ़ियों पर और दो कमरों में लगे हैं। गेट पर जहां विद्यालय में पीआरडी की दो महिला कर्मचारी, दो चौकीदार, दो रसोइया, दो शिक्षिकाएं और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात हैं। सीओ डॉ. तेजवीर सिंह ने जानकारी की तो किसी ने ठीक से जवाब नहीं दिया। घटना के बाद से विद्यालय स्टाफ सहमा हुआ है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता लगा है कि छात्रा अपनी सहेलियों से कह रही थी कि उसका यहां मन नहीं लग रहा है। हालांकि, यह जांच का विषय है कि वह खुद गई या किसी ने मदद की, अथवा कोई और बात है।




चौकीदार का कमरा है, वहां कैमरा नहीं है। वार्डन ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे बिजली से चलते हैं। सुबह जिस समय छात्रा लापता हुई, तब लाइट नहीं थी, इस वजह से कैमरे बंद थे।