पुरानी पेंशन के लिए कार्य बहिष्कार, पेंशन शंखनाद महारैली के लिए कमर कसी

 उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ (संयुक्त मोर्चा) के नेतृत्व में सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों ने मंगलवार को सेवा सुरक्षा और पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रदेश भर के स्कूलों में चाकडाउन रहा। लखनऊ के 75 से अधिक स्कूलों के शिक्षकों ने शिक्षण कार्य का बहिष्कार किया। कार्यालय में शिक्षक एकता जिंदाबाद और सेवा सुरक्षा व पुरानी पेंशन बहाली के नारे लगाए। शिक्षकों ने कहा कि सरकार एडेड विद्यालयों का राजकीयकरण और पुरानी पेंशन को बहाली करे। चयन बोर्ड और चयन बोर्ड अधिनियम 1982 की धारा 21, 18 तथा 12 में मिली हुई शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और सेवा शर्तों को पहले की तरह लागू करे।


उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (संयुक्त मोर्चा) अध्यक्ष मण्डल सोहन लाल वर्मा ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा से जुड़े 14 संगठनों की एकजुटता और सहयोग से गठित संयुक्त मोर्चा के बैनर तले माध्यमिक विद्यालयों में मंगवार को चाक डाउन पूरी तरह सफल रहा। लखनऊ के महाराजा अग्रसेन, एमकेएसडी, रामपाल त्रिवेदी, जनता इंटर कॉलेज, सत्य नारायण तिवारी विद्या मंदिर, बीकेटी इंटर कॉलेज समेत नगर व शहर के 75 से अधिक स्कूलों के शिक्षक और प्रधानाचार्यों ने पढ़ाई का बहिष्कार किया।



प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, संस्कृत विद्यालय, मदरसा आदि के शिक्षकों को भी एक मंच पर जोड़ा जाएगा।


पेंशन शंखनाद महारैली के लिए कमर कसी


लखनऊ। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर एक अक्टूबर को कर्मचारी नई दिल्ली के रामलीला मैदान पर पेंशन शंखनाद महारैली के जरिए अपनी आवाज बुलंद करेंगे। प्रेस क्लब में मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष व नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने बताया कि महारैली में देशभर से बड़ी संख्या में शिक्षक व सभी विभागों के कर्मचारी शामिल होंगे। रैली के जरिए प्रधानमंत्री जी से पुरानी पेंशन बहाली व निजीकरण की समाप्ति की मांग की जाएगी।


अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने प्रदेश के सभी कर्मचारियों से एक अक्टूबर को दिल्ली चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन बहाल न कर कर्मचारियों व शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है। इस मौके पर कर्मचारी नेता रामराज दुबे, भारत सिंह यादव, अमित कुमार यादव, मनोज पांडे, अंशु केडिया और नरेन्द्र यादव मौजूद रहे।