विश्वविद्यालय से जोड़ें आंगनबाड़ी: राज्यपाल

 

प्रयागराज । जिले में दो दिनों के दौरे पर आईं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कंपोजिट विद्यालय अरैल नैनी में 200 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट प्रदान की। उन्होंने कहा कि गर्भदान से लेकर आठ साल की उम्र तक बच्चे 80 फीसदी सीख जाते हैं, जबकि शेष जीवन में 20 फीसदी सीखते हैं। जन्म से लेकर स्कूल जाने तक आंगनबाड़ी केंद्रों पर बड़ी जिम्मेदारी होती है। उन्होंने केजी टू पीजी के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को विश्वविद्यालय व कॉलेजों से जोड़ने के लिए कहा।



राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले ज्यादातर बच्चे अभावग्रस्त, गरीब परिवार से होते हैं, उनके प्रति हमारी जिम्मेदारी बनती है। ऐसे केंद्रों में इंटरएक्टिव लर्निंग का भी इंतजाम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केजी टू पीजी के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को यूनिवर्सिटी व कॉलेजों से जोड़ना चाहिए। राज्यपाल दो किट लाई थीं। एक किट में खेलने, साइंस, मैथ व क्रिएटीविटी सिखाने के लिए व दूसरी 200 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए किट दी जा रही है।


उन्होंने नैनी जेल में बंद महिलाओं के बच्चों के बारे में बताया और कहा कि वो बिना किसी अपराध सजा भुगत रहे हैं। राजभवन से लाईं 55 पुस्तकों को विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पूर्णिमा चैबे को दिया और विद्यालय में एक लाइब्रेरी बनाने व समय-समय पर इन पुस्तकों को विद्यालय के बच्चों को उपलब्ध कराने के लिए कहा। श्रीअन्न स्टॉल का निरीक्षण किया और यहां बनाई गई स्मार्ट क्लास का उद्घाटन किया। कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि राज्यपाल अच्छी शिक्षिका रही हैं और राष्ट्रपति पदक प्राप्त हुआ है। मंत्री नंदी ने नंदी सेवा संस्थान की ओर से 50 फ्री स्कूल किट बच्चों को दी। इस अवसर पर सीडीओ गौरव कुमार, एडीएम सिटी मदन कुमार, पीडी अशोक कुमार मौर्या, बीएसए प्रवीण तिवारी व अन्य मौजूद रहे।