यूपी में फिर बंद होंगे स्कूल? बाराबंकी में आजमगढ़ जैसा मामला, छात्रा की मौत पर दो टीचरों के खिलाफ केस

 

बाराबंकी में नगर कोतवाली क्षेत्र के बनवा रोड स्थित घासीराम तालाब की रहने वाली एक छात्रा ने कॉलेज में हुई कथित प्रताड़ना के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। इसके बाद कॉलेज के दो शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इससे पहले आजमगढ़ में भी एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली थी। खुदकुशी के लिए टीचर और प्रिंसिपल की प्रताड़ना को दोषी मानते हुए दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार भी कर लिया गया था। टीचर के खिलाफ हुई इस कार्रवाई का स्कूल संगठन ने तीव्र विरोध जताया था। पहली बार पूरे यूपी में एक साथ सभी निजी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया था। इस एकजुटता का असर भी दिखाई दिया। पुलिस ने अगले ही दिन टीचर और प्रिंसिपल के खिलाफ फाइनल रिपोर्ट लगा दी और दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। हालांकि आजमगढ़ की घटना निजी स्कूल में हुई थी। बारांबकी की घटना सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेज से जुड़ी है।




बाराबंकी पुलिस ने बताया कि कॉलेज की एक शिक्षक एवं शिक्षिका पर छात्रा को प्रताड़ित करने का आरोप है। इसमें यह भी कहा गया है कि उसने घर पर फंदे से लटककर जान दे दी थी। परिजनों को छात्रा का सुसाइड नोट भी मिला था। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गुरुवार शाम दोनों शिक्षकों के विरुद्ध आत्महत्या के लिये उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।


आजमगढ़ छात्रा सुसाइड में स्कूलों की बंदी का बड़ा असर, टीचर-प्रिंसिपल पर क्लोजर रिपोर्ट


छात्रा की मां नसरीन बानो का आरोप हैं कि वह इस मामले की शिकायत के लिए कोतवाली गयी थी लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर उसने पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत की। पुलिस के मुताबिक शहर के बनवा रोड स्थित घासीराम तालाब के निकट रहने वाली नसरीन बानो ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि वर्ष 2022 में उन्होंने अपनी दो बेटियों सानिया बानो तथा मारिया बानो का प्रवेश अजीमुद्दीन अशरफ इस्लामिया इंटर कॉलेज (सरकारी सहायता प्राप्त) में कराया।



छात्रा को कक्षा के बाहर खड़ा कर दिया गया था

मां ने आरोप लगाया कि 27 मई को शिक्षिका वस्फी खातून द्वारा सानिया से 11 सौ रुपये फीस लेकर कम की रसीद दी गई और सानिया ने जब इसका विरोध किया तो उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। छात्रा की मां का आरोप है कि शिक्षिका ने छात्रा से कहा कि नीची जाति की होकर ऊंची जातियों की बराबरी करती हो। लेकिन कोतवाली पुलिस ने उसकी बात को अनसुनी कर दी। इसके बाद मृत छात्रा की मां पुलिस अधीक्षक के समक्ष पहुंचकर गुहार लगाई।


मृत छात्रा की मां ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि बीते चार अगस्त को छात्रा को प्रताड़ित करते हुए कक्षा के बाहर खड़ा कर दिया गया और उसी दिन घर आकर उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर बृहस्पतिवार की शाम को नगर कोतवाल संजय मौर्य ने शिक्षिका वस्फी खातून एवं शिक्षक तौहीद के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है तथा मामले की पड़ताल की जा रही है।