*शिक्षकों का होगा सामूहिक बीमा, जल्द परस्पर तबादले की उम्मीद, छह नवंबर को फिर होगी वार्ता*
_उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ की शासन के साथ सोमवार को पहले चरण की वार्ता में 2014 व उसके बाद नियुक्त शिक्षकों को सामूहिक बीमा का लाभ देने की प्रक्रिया 30 नवंबर तक पूरी करने पर सहमति बनी। साथ ही विभागीय अधिकारियों ने कहा कि परस्पर तबादले (जिले के अंदर व एक से दूसरे जिले में) जाड़े की छुट्टियों से पहले करने के लिए शासनादेश में संशोधन का प्रस्ताव भेजा गया है।_
नौ अक्तूबर को शिक्षकों के महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय पर धरना देने के बाद शासन के साथ वार्ता तय हुई थी। सोमवार को महासंघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल की प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा एमकेएस सुंदरम व विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक हुई। तीन घंटे चली बैठक में 12 बिंदुओं पर चर्चा हुई व शेष पर छह नवंबर को फिर से वार्ता होगी।
डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति उपार्जित अवकाश, दूसरे शनिवार को अवकाश, प्रतिकर अवकाश व अध्ययन अवकाश देने पर निर्णय के लिए एक समिति गठित होगी। इसमें विभागीय अधिकारी व संगठन के पदाधिकारी शामिल होंगे। समिति शिक्षा का अधिकार अधिनियम को देखते हुए आवश्यक निर्णय लेगी। शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने पर वित्त विभाग व्यय भार का आगणन करेगा।
इसी तरह बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति आठ नवंबर तक हर हाल में सुनिश्चित होगी। बेसिक शिक्षा में चयन वेतनमान में 12 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षकों की भांति प्रोन्नत वेतनमान देने का भी शासन संभावित व्यय भार का आगणन कराकर कार्रवाई करेगा। वहीं ऐसे शिक्षक जिनका चयन एक अप्रैल 2005 से पूर्व हुआ था को केंद्र की भांति पुरानी पेंशन से आच्छादित करने पर भी चर्चा हुई। इस पर पुनर्विचार करने पर बैठक में सहमति बनी।
बैठक में एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी, पूर्व एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी, संजय सिंह महामंत्री उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, नरेंद्र वर्मा, शिव शंकर पांडेय, राधे रमण त्रिपाठी, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद, शिक्षा निदेशक बेसिक व माध्यमिक महेंद्र देव, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल व संयुक्त शिक्षा निदेशक गणेश कुमार उपस्थित थे।