शिक्षा के मंदिर में छलकाए जाम दूसरे ने नेपाल में कराई मसाज...दोनो शिक्षक निलंबित, जानिए मामला


पीलीभीत,। शिक्षा के मंदिर में पढ़ाने वाले दो गुरुजी के अलग-अलग कृत्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए और आखिरकार उन पर गाज भी गिर गई। एक स्कूल में बैठकर शराब पीने तो दूसरे को बिना अवकाश लिए नेपाल में स्पा सेंटर में पहुंचकर मसाज कराते वक्त आपत्तिजनक हालत में नेपाल पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर निलंबित कर दिया गया। बता दें कि दोनों प्रकरणों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसके बाद बीईओ की ओर से दी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई।


बता दें कि पहला मामला बिलसंडा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सादिया लाड़पुर का है। 18 अक्टूबर को वहां पर तैनात शिक्षक तेज बहादुर सिंह स्कूल में बैठकर शराब पी रहे थे। उस वक्त बच्चे भी पढ़ाई कर रहे थे। इस बीच किसी ने शिक्षक का शराब पीते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।

वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए अमित कुमार सिंह ने मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे। बीईओ कैलाश चंद्र ने मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट बनाकर बीएसए को भेज दी। मामला सही पाए जाने पर बीएसए ने रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक को निलंबित कर दिया है।

वहीं दूसरा मामला नगरीय क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय नखासा का है। बता दें कि यहां संबद्ध शिक्षक नीरज अरोरा आठ अक्टूबर को बिना अवकाश लिए ही अपने कुछ साथियों के साथ नेपाल के महेंद्रनगर में मौज मस्ती करने के लिए चले गए थे। शिक्षक स्पा कराने के लिए एक सेंटर पर गए हुए थे कि नेपाल पुलिस ने छापा मार दिया।

जिसमें शिक्षक नीरज अरोरा नेपाल पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे। इस मामले में भी नेपाल पुलिस की कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। बीईओ ने शिक्षक को नोटिस भेजकर जवाब मांगा। इस मामले में पहले तो शिक्षक ने गोलमाल जवाब दिया। जिसमें कहा गया कि वह अपना इलाज करने के लिए नेपाल गए थे। वह धोखे से फंस गए, लेकिन दोबारा से जवाब मांगा गया और मरौरी ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी शिव शंकर मौर्या ने जांच की। फिर उन पर गाज गिर ही गई। शुक्रवार को बीएसए ने शिक्षक नीरज अरोरा को भी निलंबित कर दिया है।


दोनों शिक्षकों का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में बीईओ से जांच कराकर रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट के आधार पर फिलहाल दोनों को निलंबित कर दिया गया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। आगे साक्ष्य के आधार पर अंतिम कार्रवाई की जाएगी--- अमित कुमार सिंह, बीएसए।