सहायक एवं वित्त लेखाधिकारी समग्र शिक्षा ने किया स्कूलों का निरीक्षण✅ तीन विद्यालयों में मिलीं अव्यवस्थाएं, अनुपस्थित मिले तीन अध्यापकों का वेतन रोकने के आदेश जारी किए


चंदौसी । सहायक एवं वित्त लेखाधिकारी समग्र शिक्षा के निरीक्षण में तीन विद्यालयों में अव्यवस्था मिली। कुछ स्थानों पर सफाई का भी अभाव था। निरीक्षण आख्या पर बीएसए संभल ने तीनों स्कूल इंचार्ज अध्यापकों से से स्पष्टीकरण मांगा गया है तथा अनुपस्थित मिले तीन अध्यापकों का अक्तूबर माह का वेतन रोकने के आदेश जारी किए हैं।

सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी को कंपोजिट विद्यालय भुलावई के निरीक्षण के दौरान प्रधान अध्यापिका भावना सक्सेना अनुपस्थित मिली थी। मध्यान्ह भोजन को बनाने में लोकल मसालों का इस्तेमाल मिला था। मध्यान्ह भोजन पंजिका में बच्चों की संख्या अंकित नहीं थी। हाथ धोने के लिए पानी नहीं था।


विद्यालय में साफ सफाई का अभाव था। कंपोजिट ग्रांट से अथवा कायाकल्प में विद्यालय में कार्य नहीं हुआ था। सूचना पर वह बाद में विद्यालय पहुंच गई थी।

उच्च प्राथमिक विद्यालय कासमपुर जगरूप के निरीक्षण में विद्यालय में शौचालय, यूरिनल की व्यवस्था ठीक नहीं थी।

हैंडवाश यूनिट बंद थी। विद्यालय में घास उगी थी। पिछले वर्षों में विभिन्न मदों में व्यय की गई धनराशि के संबंध में स्टॉक पंजिका, बिल वाऊचर नहीं थे। मांगने पर उपलब्ध नहीं कराए गए। कुछ छात्र लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे थे। उन्हें बुलाने के प्रयास नहीं हुए।

उच्च प्राथमिक विद्यालय नगलिया बल्लू में अनुदेशक सुमन रानी लंबे समय से अनुपस्थित मिली थी। प्रधानाध्यापक उदयराज सिंह, शैली के उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर थे.


पर वह विद्यालय में उपस्थित नहीं थे। अनुपस्थित छात्रों के कॉलम में डॉट लगा हुआ था। विद्यालय में 32 छात्र उपस्थित थे। अंतिम विद्यालय दिवस में मध्यान्ह भोजन की पंजिका में 60 बच्चों की उपस्थिति थी। मध्यान्ह भोजन की पंजिका अपूर्ण थी।

विद्यालय की स्थिति संतोषजनक नहीं थी और कंपोजिट ग्रांट से भी कोई कार्य नहीं कराया गया था। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी के निरीक्षण की संस्तुति पर बीएसए ने अनुपस्थित मिलने पर प्रधानाध्यापिका भावना सक्सेना, प्रधानाध्यापक उदयराज सिंह, सहायक अध्यापिका शैली का अक्तूबर माह का वेतन रोकने के आदेश दिए थे।

वही अन्य खामियां मिलने पर प्रधानाध्यापिका भावना सक्सेना, प्रधानाध्यापक उदयराज सिंह, प्रधानाध्यापिका गीता रानी से स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।