प्रतापगढ़। बेसिक शिक्षा विभाग में 31 जुलाई 1997 से फर्जी अभिलेख पर नौकरी करने वाले शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। गांव के ही एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करके आरोप लगाया था कि फर्जी अभिलेख लगाकर शिक्षक नौकरी कर रहा है।
विभाग के सत्यापन में खुलासा होने पर बीएसए ने उसकी सेवा समाप्त कर दी। जिले के बिहार ब्लॉक के कल्यानगढ़, नगरहन का पुरवा निवासी चंद्रिका प्रसाद मिश्र ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी कि गांव के ही नंद किशोर पुत्र राम किशोर फर्जी अभिलेखों के आधार पर शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं।
फर्जीवाड़े में शामिल शिक्षक वर्तमान में विहार ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल, अतरसुई में सहायक अध्यापक के रूप में तैनात हैं। बीएसए ने शिक्षक को नोटिस जारी कर हाईस्कूल का अंकपत्र और प्रमाणपत्र तलब किया। यूपी बोर्ड से हुए सत्यापन में खुलासा हुआ कि नंद किशोर वर्ष 1975 में हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल हुए, जिसमें उन्हें महज 48 अंक मिले थे। इसमें उन्होंने अपनी जन्मतिथि 28 अक्तूबर वर्ष 1958 दिखाई थी।
परीक्षा में फेल होने से वह वर्ष 1984 में दूसरी बार परीक्षा में शामिल हुए और इस बार उन्हें 312 अंक मिले। इसमें जन्मतिथि बदल करके 28 अक्तूबर 1964 कर दिया।