शिक्षक ने मैसेज करना तो माना, पर गलती नहीं



प्रयागराज,। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विक्रम कुमार के खिलाफ हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में पुलिस की तफ्तीश जारी है। पुलिस ने नोटिस देकर बयान के लिए आरोपी डॉ. विक्रम को बुलाया था। डॉ. विक्रम ने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि उनके एक्स पर बने एकाउंट पर टिप्पणी की थी। यह एकाउंट उनके नाम से है। उन्होंने मैसेज किया था लेकिन आरोपी शिक्षक ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप को गलत बताया। उनका कहना था कि उन्होंने कोई गलती नहीं है। इस बयान को पुलिस ने दर्ज कर लिया है।

कर्नलगंज इंस्पेक्टर बृजेश सिंह ने बताया कि एक्स को पत्राचार करके मैसेज की डिटेल और आईपी एड्रेस की जानकारी मांगी गई है। अभी रिपोर्ट नहीं आई है। जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस केस में गिरफ्तारी की धारा नहीं है। आरोप सच साबित हुए तो शिक्षक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया जाएगा। बता दें कि विहिप के जिला संयोजक शुभम ने इविवि के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विक्रम कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए व 295ए और आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि डॉ. विक्रम कुमार ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) एकाउंट पर देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है। टिप्पणी से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होने का आरोप है।