वर्षों की सेवा के बाद पेंशन को भटक रहे



प्रयागराज, वरिष्ठ संवददाता। ताउम्र सरकारी सेवा करने वाले तमाम कर्मचारी आज भी पेंशन के लिए भटक रहे हैं। मंडलायुक्त कार्यालय में 61वीं मंडलीय पेंशन अदालत का आयोजन गुरुवार को हुआ तो 33 लोग मंडल भर से यहां आए। इसमें 24 लोग ऐसे थे जिन्होंने पिछली बार अदालत में अपना पक्ष रखा, लेकिन इस पर विभागों ने कुछ नहीं किया। जबकि नौ नए मामले थे। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने 11 मामलों का मौके पर निस्तारण किया और शेष के लिए अफसरों को निर्देश दिया।



पेंशन अदालत में अहमदी बेगम, शम्भूनाथ श्रीवास्तव, जमाल अहमद ने मंडलायुक्त के सामने पक्ष रखा। अधिकारी ने भुगतान न होने पर अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत प्रयागराज को शीघ्रता से कार्रवाई कर भुगतान कराने का निर्देश दिया। सहायक अध्यापिका प्रतिमा श्रीवास्तव के प्रोन्नति वेतनमान के आधार पर पेंशन स्वीकृत करने के प्रकरण पर मंडलायुक्त ने बीएसए को निर्देश दिया कि प्रकरण की जांच करें। सहायक अध्यापिका अंजलि जायसवाल के पति अरविंद जायसवाल ने पत्नी की मृत्यु के बाद भुगतान न होने की बात कही। जिस पर बीएसए को 15 नवंबर तक जांच कर मामला निस्तारित करने का निर्देश दिया गया। कृषि विभाग से रिटायर राम सजीवन पाल चिकित्सा प्रतिपूर्ति न होने की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर कृषि विभाग ने बताया कि भुगतान हो चुका है। पेंशन अदालत के संयोजक पीके सिंह थे।


राष्ट्रीय पेंशन नीति लागू करने की मांग

प्रयागराज। ऑल इंडिया रिटायर्ड रेलवे मेंस फेडरेशन उत्तर मध्य रेलवे की बैठक करेली में हुई। अध्यक्षता राजकुमार त्रिपाठी, संचालन राजबली शर्मा तथा संयोजन सरजीत सिंह ने किया। यूनाइटेड फोरम आफ पेंशनर्स एसोसिएशन के महामंत्री श्याम सुंदर सिंह पटेल ने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन बहाल करे। बैठक में पेंशनर दिवस 17 दिसंबर को कोरल क्लब में मनाने का लिया निर्णय लिया गया। बैठक में एक समान राष्ट्रीय पेंशन नीति लागू करने, पेंशन वृद्धि, वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराए में छूट आदि का मुद्दा उठा। इस दौरान राम कृपाल मौर्य, अर्जुन सिंह, शेषमणि त्रिपाठी, अरुण कुमार मिश्रा, श्रीकांत पांडे, एसआर शुक्ला, जेएस मिश्रा, नारायण चौधरी, हरिश्चंद्र, आरपी तिवारी, नवीन कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।