लखनऊ। एसटीएफ का दरोगा बन हॉस्टल संचालक को धमकी देकर सीसीटीवी फुटेज ले जाने वाले युवक को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी प्राइमरी शिक्षक है।
हॉस्टल के पास स्थित कैफे में हुए विवाद संबंधी फुटेज लेने के लिए वह दरोगा बनकर वहां गया था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
बीबीडी क्षेत्र के गोयल अपार्टमेंट निवासी राहुल जायसवाल इलाके में एक हॉस्टल चलाते हैं। आठ मार्च को एसयूवी से दरोगा की वर्दी में एक शख्स पहुंचा था। उसके साथ एक साथी भी था। उसने खुद को एसटीएफ में तैनात दरोगा बताया। नेम प्लेट पर अभिषेक
श्रीवास्तव लिखा था। वह हॉस्टल व उसके बगल के कैफे के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज लेकर चला गया था। डीवीआर से फुटेज डिलीट भी करा दिए थे। विरोध करने पर उसने राहुल को धमकाया भी था। राहुल के दोस्त मृत्युंजय ने मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी।
बीबीडी इंस्पेक्टर अजय नारायण सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल व एसयूवी के नंबर के आधार पर मूल रूप से बलिया निवासी अभिषेक श्रीवास्वत व उसके साथी विजय चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। अभिषेक इंदिरानगर में रहता है। वह प्राइमरी में शिक्षक है। कुशीनगर में उसकी तैनाती है। दोनों आरोपी जेल भेजे गए हैं।
एसीपी विभूतिखंड एवी सिंह ने बताया कि हॉस्टल के बगल में भानु सिंह का स्काई लाइट कैफे है। उसके सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर हॉस्टल में ही लगा है। छह मार्च को बीबीडी यूनिवर्सिटी के छात्र अतुल राज अपने जन्मदिन की पार्टी करने कैफे में गए थे। तभी भानु सिंह से विवाद हो गया था। आरोप है कि भानु ने पिस्टल से फायर भी किया था। भानु और उसके साथियों पर एफआईआर दर्ज की गई थी। अतुल व उसके साथी सीसीटीवी फुटेज मांगने हॉस्टल गए थे लेकिन राहुल जायसवाल ने मना कर दिया था। तब अतुल का दोस्त अभिषेक दरोगा बनकर फुटेज लेने गया था। मगर उसकी पोल खुल गई और वह जेल पहुंच गया।
■ अमीनाबाद से खरीदी थी वर्दी : पुलिस की
जांच में सामने आया कि साजिश के तहत आरोपी अभिषेक ने अमीनाबाद से दरोगा की वर्दी खरीदी। वहीं पर नेम प्लेट भी बनवाई थी। पूछताछ में आरोपी अभिषेक ने कहा कि सामान्य तरीके से फुटेज नहीं मिली तो उसने दरोगा बनकर जाने की साजिश रची थी।