फर्जी आधार कार्ड लेकर बैठा था सॉल्वर, 10 लाख में हुई थी डील


प्रयागराज। आरओ/एआरओ पेपर लीक कराने वाले घूंसी निवासी कमलेश पाल ने परीक्षा में अपनी जगह पर बैठे सॉल्वर को फर्जी आधार कार्ड भी दिया था। यह आधार कार्ड उसके ही नाम से बनवाया गया था लेकिन इस पर तस्वीर सॉल्वर की थी। सॉल्वर से 10 लाख रुपये की डील हुई थी और उसे प्रश्नपत्र की फोटो भी उपलब्ध कराई थी।


सूत्रों के मुताबिक, यह खुलासा कस्टडी रिमांड के दौरान कमलेश से पूछताछ के दौरान हुआ है। करेलाबाग स्थित ठाकुर हरनारायण सिंह कॉलेज में कमलेश की जगह पर यह सॉल्वर परीक्षा में बैठा था। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि उसने सॉल्वर को परीक्षा में अपनी जगह बैठने के लिए 10 लाख रुपये देने का वादा किया था। कुछ रकम एडवांस में भी दी थी। यही नहीं उसे
फर्जी आधार कार्ड भी दिया था। यही नहीं बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल से लीक कराए गए प्रश्नपत्र की फोटो भी उसे दी थी।

एसटीएफ अब उस सॉल्वर की तलाश में जुटी है। एसटीएफ अफसरों का कहना है कि उसके पकड़े

जाने के बाद ही अन्य कई अहम राज खुलेंगे। उससे पूछताछ में ही पता चलेगा कि उसने परीक्षा केंद्र में किस तरह इंट्री की। कमलेश की जगह परीक्षा में बैठने के खेल में उनका कोई अन्य मददगार तो नहीं था।


■ राजीव नयन का बयान दर्ज करने टीम रवाना

प्रकरण में पेपर लीक गिरोह की अब तक कि सबसे अंतिम कड़ी राजीव नयन मिश्रा का बयान दर्ज करने के लिए टीम रवाना हो गई है। मेरठ जेल में पहुंचकर एसटीएफ जल्द ही उससे पूछताछ करेगी। बता दें कि इस मामले में जेल में निरुद्ध 10 आरोपियों के बयान दर्ज करने की कार्रवाई पूरी हो चुकी है।


नहीं पहुंचे डीआईओएस व प्रिंसिपल, रिमाइंडर जल्द

उधर नोटिस जारी होने के बावजूद डीआईओएस प्रयागराज व विशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल पूछताछ के संबंध में एसटीएफ के समक्ष नहीं हाजिर हुई। प्रिंसिपल को नोटिस जारी हुए 15 दिन का समय बीत चुका है। उधर डीआईओएस की ओर से भी अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। ऐसे में जल्द ही दोनों को एसटीएफ की ओर से रिमाइंडर भी भेजा जा सकता है