उत्तर भारत के मौदानी राज्यों में मॉनसून जल्द ही खुशखबरी सुनाने वाला है, इसके लिए शुभ संकेत मॉनसून ने दे दिए हैं। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों में और बिहार के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए अगले चार-पांच दिनों के दौरान परिस्थितियां अनुकूल हैं। इस लिहाज से मॉनसून गंगा के मौदानी इलाकों से उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। फिलहाल उत्तर प्रदेश में गर्मी से लोगों का बुरा हाल है मगर अगले 4-5 दिन के बाद लू से राहत मिल जाएगी।
मौसम विभाग की मानें तो मॉनसून पश्चिम बंगाल के गंगीय मैदानी हिस्सों से झारखंड और बिहार की तरफ बढ़ रहा है। अगले 4 से 5 दिनों में मॉनसून की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। हालांकि, मौसम विभाग द्वारा जारी मैप के मुतबाकि, 20-25 जून के आसपास मॉनसून यूपी में प्रवेश करेगा। जिससे संवभावना है कि नमी वाली हवाएं उत्तर प्रदेश में भी बारिश के लिए स्थिति अनुकूल बनाएं।
भीषण गर्मी की चपेट में ये राज्य
उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर दिन का तापमान सामान्य से काफी ऊपर (5.1 डिग्री सेल्सियस या अधिक) रहा , पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और झारखंड में कुछ स्थानों पर, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर, गुजरात क्षेत्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल और केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर सामान्य से काफी ऊपर (3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस), राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों तथा तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम और मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर तापमान सामान्य से ऊपर (1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस) तक रहा।
रायलसीमा के कुछ स्थानों पर ये सामान्य से काफी नीचे (3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस ) रहा ,विदर्भ, कोंकण और गोवा तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर, मराठवाड़ा में अलग-अलग स्थानों पर सामान्य से नीचे (1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस) और देश के बाकी हिस्सों में तापमान सामान्य रहा। देश भर में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस बक्सर (बिहार) में दर्ज किया गया।
उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में गंभीर लू की स्थिति के साथ अधिकांश हिस्सों में लू की स्थिति बनी रही। कुछ हिस्सों में लू की स्थिति और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में भीषण लू की स्थिति बनी हुई है। बिहार और पंजाब के कुछ हिस्सों में लू से भीषण लू की स्थिति बनी रही । उत्तरी ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में लू से लेकर भीषण लू तक का प्रकोप रहा। उत्तरी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों, हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में; उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति बनी रही। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में रात में गर्म स्थिति बनी रही।
कहां पहुंचा मॉनसून
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और कोंकण और गोवा में सक्रिय है। नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और कोंकण और गोवा में अधिकांश स्थानों पर और अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और तटीय कर्नाटक में कई स्थानों पर और मध्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बारिश हुई है। मराठवाड़ा, तेलंगाना, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अलग-अलग स्थानों पर तथा पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, गुजरात राज्य, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़े।